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Human Trafficking: बांग्लादेश से कश्मीर तक मानव तस्करी का फैला रैकेट, ढाई लाख में बेची युवतियां

बांग्लादेश के रास्ते जम्मू कश्मीर में मानव तस्करी के गिरोह सक्रिय हैं और जम्मू में रह रहे रोहिंग्या इस तस्करी में शामिल हैं। यह गिरोह के सदस्यों से मिलकर शादी का झांसा देकर रोहिंग्या महिलाओं को बांग्लादेश के रास्ते अवैध तौर पर भारत में सीमा पार कराते हैं और बंगाल से उन्हें कश्मीर तक पहुंचाते हैं। प्रत्येक महिला का डेढ़ से ढाई लाख रुपये में सौदा हुआ था।

By Jagran NewsEdited By: Paras PandeyUpdated: Wed, 29 Nov 2023 03:00 AM (IST)
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ढाई लाख में बेची युवतियां बांडीपोरा में गिरोह के एक रोहिंग्या व एक महिला समेत पांच गिरफ्तार हुए है।
जागरण टीम, श्रीनगर/जम्मू। बांग्लादेश के रास्ते जम्मू कश्मीर में मानव तस्करी के गिरोह सक्रिय हैं और जम्मू में रह रहे रोहिंग्या इस तस्करी में शामिल हैं। यह गिरोह के सदस्यों से मिलकर शादी का झांसा देकर रोहिंग्या महिलाओं को बांग्लादेश के रास्ते अवैध तौर पर भारत में सीमा पार कराते हैं और बंगाल से उन्हें कश्मीर तक पहुंचाते हैं। प्रत्येक महिला का डेढ़ से ढाई लाख रुपये में सौदा हुआ था। बांडीपोरा जिला पुलिस ने एक रोहिंग्या और एक महिला समेत गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह ने दो दो नवंबर को दो रोहिंग्या महिलाओं को अवैध तौर पर कश्मीर पहुंचाया था और वहां उनकी शादी करवाई थी। 

उधर जम्मू में भी पुलिस ने अवैध तौर पर घुसे महिला समेत छह बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि दोनों गिरोह के सदस्यों का आपस में कोई संबंध है या नहीं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह काफी समय से सक्रिय हो सकता है और इस तरह का गिरोह पहले भी पकड़ा गया था। यह बांग्लादेश के रास्ते रोहिंग्या महिलाओं को जम्मू कश्मीर में अवैध तरीके से पहुंचाते और फिर पैसे के बदले स्थानीय लोगों के साथ उनकी शादी कराते थे। 

महिलाओं को शादी का झांसा देकर बांग्लादेश से लाते थे 

इससे पहले नौ नवंबर को जम्मू में एक रोहिंग्या को पकड़ा गया था। पुलिस ने बताया कि बांडीपोरा पुलिस को अपने तंत्र से पता चला था कि कुछ लोग बांग्लादेश और म्यांमार से महिलाओं को शादी का झांसा देकर कश्मीर ला रहे हैं। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेकर कुछ संदिग्ध तत्वों की निगरानी शुरू कर दी। कुछ मौलवियों पर भी नजर रखी गई। अहम साक्ष्य जुटाने के बाद सोमवार को गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

इनमें जम्मू में रह रहा रोहिंग्या नागरिक मंजूर आलम भी शामिल है। गिरोह के सदस्य ने बताया कि महिला ऐसे लोगों की तलाश करती थी, जिन्हें शादी का झांसा दिया जा सके और फिर उनसे मोटी रकम वसूलकर रोहिंग्या महिलाओं को अपने नेटवर्क के माध्यम से कश्मीर पहुंचाया जाता और उसी दिन निकाह करवा देते। इस काम के लिए वह डेढ़ से ढाई लाख रुपये तक वसूलते थे। हालांकि उनका कहना है कि वह इसमें से 20 से 30 हजार स्वयं रखते और शेष पैसा आगे चला जाता था।

पकड़े गए तीन युवक कश्मीर के ही बताए जा रहे हैं। बांडीपोरा के एसपी लक्ष्य कुमार ने कहा कि इस मामले में प्रदेश से बाहर भी कुछ लोग शामिल हैं। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां होंगी।बांग्लादेश से जम्मू लाई जा रही महिलाएंउधर एक अन्य मामले में बांग्लादेश की छह युवतियों और महिलाओं को जम्मू में गिरफ्तार किया है। यह महिलाएं अवैघ तरीके से भारत में दाखिल हुई और एक दलाल के माध्यम से जम्मू पहुंच गईं। आरंभिक जांच में सामने आया कि इन्हें भी कश्मीर भेजा जाना था और उससे पहले खुफिया एजेंसियां को खबर मिल गई। 

कश्मीर-जम्मू में भी अवैध तौर पर घुसे छह बांग्लादेशी 

सूत्रों के अनुसार केंद्रीय एजेंसियों को सूचना मिली थी कि बांग्लादेश से कुछ युवतियों को शादी का झांसा देकर जम्मू लाया गया है। इस सूचना के आधार पर जम्मू के बठिंडी की पुलिस ने छह महिलाओं और युवतियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि एक महिला ने रामबन के एक युवक से शादी की है। वह फिलहाल जम्मू में गांधीनगर में रह रही थी।

पकड़ी गई महिलाओं की उम्र 15 से 60 वर्ष बताई ता रही है।गौरतलब है कि जम्मू में अपराध में लगातार रोहिंग्याओं की भागेदारी सामने आ रही है। पुलिस ने गत शनिवार को ही एक रोहिंग्या को गिरफ्तार किया था। उसने फर्जीवाड़े से अपना आधार कार्ड बनवा रखा है। जम्मू में रोहिंग्याओं को मादक पदार्थों की तस्करी, चोरी की वारदातों में कई बार पकड़ा जा चुका है।

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