Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Jammu News: आईआईटी जम्मू ने बनाया हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाला वाहन, पांच मिनट में हो सकेगा चार्ज

आईआईटी जम्मू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाला वाहन बनाया है। ये वाहन महज पांच मिनट में चार्ज हो सकेगा। साथ ही वाहन में हाइड्रोजन-आधारित प्रोटान एक्सचेंज मेम्ब्रेन (पीईएम) ईंधन सेल एक हाइड्रोजन भंडारण टैंक और एक डीसी कनवर्टर लगाया है जो इसे पर्यावरण अनुकूल परिवहन बनाते हैं। यह पारंपरिक गैसोलीन-ईंधन वाले इंजनों के बिल्कुल विपरीत है।

By surinder rainaEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Fri, 24 Nov 2023 08:10 PM (IST)
Hero Image
आईआईटी जम्मू ने बनाया हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाला वाहन।

जागरण संवाददाता, जम्मू। आईआईटी जम्मू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में डॉ. बी. सत्य शेखर के अनुसंधान समूह ने हरित हाइड्रोजन आधारित ईंधन सेल-संचालित वाहन बनाया है। संस्थान ने इस वाहन का सफलतापूर्वक प्रदर्शन भी किया है।

चार्जिंग समय को किया पांच मिनट

इस वाहन का निर्माण दो सालों तक चली प्रक्रिया में पूरा किया गया। इस वाहन में इस्तेमाल होने वाले ईंधन से पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा। वाहन में हाइड्रोजन-आधारित प्रोटान एक्सचेंज मेम्ब्रेन (पीईएम) ईंधन सेल, एक हाइड्रोजन भंडारण टैंक और एक डीसी कनवर्टर लगाया है जो सामूहिक रूप से कार्य करते हुए पर्यावरण अनुकूल परिवहन बनाते हैं। इस अविष्कार की विशेषताओं में से एक चार्जिंग समय में पर्याप्त कमी है। टीम ने ई-वाहन की दक्षता को बढ़ाते हुए चार्जिंग समय को शुरुआती आठ घंटों से घटाकर मात्र पांच मिनट कर दिया है।

ये भी पढ़ें: Jammu News: सम्मानपूर्वक घर भेजे गए बलिदानियों के पार्थिव शरीर, नम आंखों से लोगों ने दी विदाई, LG ने अर्पित की श्रद्धांजलि

प्रदूषण मुक्त होगी हाइड्रोजन आधारित ऊर्जा

हाइड्रोजन-आधारित ऊर्जा बुनियादी प्रदूषण मुक्त वातावरण का वादा करती है। पीईएम ईंधन सेल से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के साथ प्रक्रिया शुरू करता है जिससे पानी बनता है, जिसे फिर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन निकालने के लिए उलट दिया जाता है। यह पारंपरिक गैसोलीन-ईंधन वाले इंजनों के बिल्कुल विपरीत है जो वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य प्रदूषक उत्सर्जित करते हैं। इस वाहन का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन के तहत विकसित किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य राष्ट्र के लिए आत्मनिर्भरता और ऊर्जा स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है।

ये भी पढ़ें: 'हिंदुस्तान को ऐसी चोट दो, जहां ज्यादा पीड़ा हो', पीएम मोदी और गृहमंत्री को 'कश्मीर फाइट' ने दी निशाना बनाने की धमकी