Jammu News: अगर आप भी करते हैं बिजली की चोरी तो ये खबर पढ़ हो जाइए सावधान, नहीं तो हमेशा के लिए घर की बत्ती गुल
Jammu News बिजली की चोरी करने वाले सावधान हो जाएं क्योंकि जम्मू और कश्मीर पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन घाटे की वजह बन रही बिजली चोरी रोकने के लिए अब सख्त कदम उठाने जा रहा है। निगम ने कहा है कि उन्होंने हाल ही में एक बार फिर उन इलाकों की जांच की है। जहां पहले ही वे बिजली चोरी के मामले पकड़ चुके थे।
जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू व कश्मीर पावर डिस्ट्रीब्यूशन कारपोरेशन घाटे की वजह बन रही बिजली चोरी रोकने के लिए अब सख्त कदम उठाने जा रहा है। बिजली निगम बार-बार बिजली चोरी करने वालों की बिजली आपूर्ति स्थायी रूप से काटने पर विचार कर रहा है। निगम ने तर्क दिया कि उन्होंने हाल ही में एक बार फिर उन इलाकों की जांच की, जहां पहले ही वे बिजली चोरी के मामले पकड़ चुके थे।
स्थायी तौर पर बिजली काटने पर विचार
उन्होंने इस बार भी उन्हीं उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करते हुए पाया, जिनके इलेक्ट्रानिक उपकरण जब्त करने के साथ निगम उन्हें जुर्माना कर चुका था। बिजली चोरी कर रहे उपभोक्ताओं को रोकने के बाद भी बार-बार उनकी संलिप्त पाए जाने से परेशान बिजली निगम अब उन उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति स्थायी रूप से काटने पर विचार कर रही है जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।
दस हजार किलोवाट बिजली रोड किया गया अपग्रेड
बिजली निगम के अधिकारियों ने बताया कि जम्मू व कश्मीर में बिजली चोरी के मामले पकड़ने के बाद उपभोक्ताओं के लोड रिवाइज करने के बाद करीब दस हजार किलोवाट बिजली रोड अपग्रेड किया गया। इससे सप्लाई व्यवस्था में सुधार देखने को मिला।यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir News: इकोटूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा, पंचैरी को पत्नीटॉप से जोड़ने के लिए 34.80 करोड़ की डीपीआर तैयार
हद तो यह है कि अभी भी काफी उपभोक्ता ऐसे हैं, जो बिजली के भारी बिल भरने से बचने के लिए कुंडी की मदद से बिजली चोरी करने को अधिक तरजीह दे रहे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को कसने के लिए सख्त नियम लागू करना जरूरी हो गया है।
की जा रही जुर्माना के साथ कानूनी कार्रवाई
जम्मू व कश्मीर पावर डिस्ट्रीब्यूशन कारपोरेशन लिमिटेड दोतरफा रणनीति पर काम कर रही है। बिजली चोरी या चोरी करते पाए जाने वालों के खिलाफ विद्युत अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के साथ जुर्माने भी किए जा रहे हैं। प्रदेश में मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान 70 हजार से अधिक जांच अभियान चलाए जा चुके हैं।
परंतु हद तो यह है कि इन सब कार्रवाइयों के बाद भी ये उपभोक्ता अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे और बिजली चोरी का सिलसिला जारी है। यही वजह है कि अब ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ अलग रणनीति अपनाने पर विचार किया जा रहा है।
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