Jammu News: बिजली संकट से निपटने के लिए धर्मगुरुओं की मदद लेगी सरकार, इस कारण से लिया ये फैसला
जम्मू कश्मीर की सरकार धर्म गुरुओं और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से प्रदेश के लोगों को बिजली का विवेकपूर्ण इस्तेमाल और इसकी चोरी नहीं करने की सीख देगी। मौजूदा परिस्थितियों में प्रदेश के कई हिस्सों में 16 से 20 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। बिजली संकट से निपटने के लिए प्रशासन ने अब धार्मिक नेताओं और स्वयंसेवी संगठनों की मदद लेने का फैसला किया है।
By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Thu, 30 Nov 2023 10:09 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू कश्मीर की सरकार धर्म गुरुओं और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से प्रदेश के लोगों को बिजली का विवेकपूर्ण इस्तेमाल और इसकी चोरी नहीं करने की सीख देगी। प्रदेश में बढ़ती ठंड के बीच गहराते बिजली संकट से उबरने के लिए यह कदम उठाया गया है।
मौजूदा परिस्थितियों में प्रदेश के कई हिस्सों में 16 से 20 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई शहरी इलाकों को सात-आठ घंटे बिजली नहीं मिलती। सर्दी के मौसम में अभी जम्मू कश्मीर में 2800 मेगावाट बिजली की मांग है।
इसकी तुलना में उपलब्धता महज 2200 मेगावाट है। इसमें 150 मेगावाट बिजली की आपूर्ति जम्मू कश्मीर की अपनी पनबिजली परियोजनाओं से हो रही है। शेष बिजली को खरीदा जा रहा है।
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प्रशासन ने 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की करेगी खरीद
उपभोक्ताओं को यथासंभव समुचित बिजली उपलब्ध कराने और ओवरलोड के चलते बिजली ढांचे को बचाने के लिए प्रशासन को कटौती का सहारा लेना पड़ रहा है। आने वाले समय में भीषण सर्दी में स्थिति और गंभीर होने की आशंका को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली भी खरीदने का निर्णय किया है।बिजली संकट से निपटने के लिए प्रशासन ने अब धार्मिक नेताओं और स्वयंसेवी संगठनों की मदद लेने का फैसला किया है। कश्मीर में उलेमाओं और मौलवियों व अन्य धार्मिक नेताओं से कहा गया है कि वह अपने भाषणों में लोगों को बिजली चोरी नहीं करने के लिए कहें। उन्हें बताएं कि बिजली चोरी नैतिक, सामाजिक और धार्मिक तौर पर भी अपराध है।
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