Jammu : देश को आजादी दिलवाने वाले महात्मा गांधी के अहिंसा के पाठ को पढ़ रहे बच्चे
Mahatma Gandhi Jayanti 2022 शिक्षा निदेशक जम्मू डा. रवि कांत शर्मा का कहना है कि यह बहुत अच्छा कदम है। महात्मा गांधी बारे बच्चों को जानकारी देना बहुत आवश्यक हैं।गांधी की विचारधारा से ही दुनिया में शांति स्थापित हो सकती है।
By surinder rainaEdited By: Rahul SharmaUpdated: Tue, 27 Sep 2022 12:42 PM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता : बिना कोई हथियार उठाए देश को आजादी दिलवाने वाले महात्मा गांधी के अहिंसा का पाठ अब स्कूली बच्चे पढ़ रहे हैं। महात्मा गांधी की 153वीं जंयती पर जम्मू कश्मीर शिक्षा विभाग स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है जिसमें बच्चों को देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे बड़े अहिंसावादी के बारे जानकारी दी जा रही है।
गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर सभी स्कूलों में गांधी क्लब बनाए गए हैं जिनमें विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हो रहा है।महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने से लेकर अहिंसा के रास्ते पर चलना बच्चों को बताया जा रहा है। छह सितंबर से स्कूलों में शुरू हुए इस अभियान का समापन दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर होगा।
शिक्षा निदेशालय जम्मू की ओर से भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। स्कूलों में वाद-विवाद प्रतियोगिताओं के अलावा रैलियां निकाली जा रही हैं जिसमें लोगों को महात्मा गांधी के संदेश लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के दौरान खादी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, स्कूलों में गांधी वाटिका, स्वच्छ भारत को लेकर चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कविता पाठ, स्वच्छ भारत ही स्वच्छ भारत विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, जिला स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता, स्वच्छ भारत विषय पर जिला स्तरीय स्लोगन प्रतियोगिता, निबंध लेखन पर जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।प्रतियोगिता के विजेताओं को दो अक्टूबर को सम्मानित भी किया जाएगा।
शिक्षा निदेशक जम्मू डा. रवि कांत शर्मा का कहना है कि यह बहुत अच्छा कदम है। महात्मा गांधी बारे बच्चों को जानकारी देना बहुत आवश्यक हैं।गांधी की विचारधारा से ही दुनिया में शांति स्थापित हो सकती है।जुटा का दबाव काम आया, जम्मू विवि ने कैश कमेटी को भंग किया : साइकोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. चंद्रशेखर की आत्महत्या के मामले में जम्मू यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन की हड़ताल से बने दबाव के बाद आज कैश कमेटी को भंग कर दिया गया। टीचर्स एसोसिएशन पिछले दस दिन से अधिक समय से हड़ताल पर है। कमेटी मामले की सीबीआइ जांच करवाने व मामले के जिम्मेदार अधिकारियों को हटाने की मांग कर रही है।
गत दिनों जुटा की जनरल बाडी बैठक में तीखी बहस के बाद कैश कमेटी की प्रीजाइडिंग अधिकारी प्रो. अलका शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. अरविंद जसरोटिया की तरफ से जारी आदेश के तहत कैश कमेटी की प्रीजाइडिंग अधिकारी व कुछ सदस्यों की तरफ से इस्तीफा दिए जाने के बाद विवि की तरफ से 9 फरवरी 2022 को अधिसूचित की गई कैश कमेटी को भंग किया गया है। नई कैश कमेटी की घोषणा बाद में की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ आज भी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर हड़ताल पर रहे। इससे पढ़ाई प्रभावित रही। जुटा के प्रधान प्रो. पंकज श्रीवास्तव ने कैश कमेटी को भंग किए जाने के फैसले पर संतोष जताते हुए उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय प्रबंधन अन्य मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठाएगा।
इसमें सीबीआइ जांच व जिम्मेदार अधिकारियों को पदों से हटाने की मांगे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को जुटा की एग्जिक्यूटिव बाडी की बैठक हाेगी जिसमें भावी रणनीति पर फैसला किया जाएगा। बताते चलें कि चंद्रशेखर आत्महत्या मामले की जांच सिट की तरफ से की जा रही है। गत दिनों जुटा के सदस्य व इक्नामिक्स विभाग के प्रो. दीपांकर सेन गुप्ता ने जुटा प्रधान को पत्र लिखकर हड़ताल पर सवाल उठाए थे। दीपांकर सेन गुप्ता के पत्र का जवाब भी सिलसिलेवार तरीके से जुटा ने दे दिया है। स्वर्गीय प्रो. चंद्रशेखर की पत्नी पहले ही वीसी से न्याय की गुहार लगा चुकी है। दूसरी तरफ विवि ने साइकोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर के पद भरने का विज्ञापन जारी कर दिया है।
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