Jammu: गणतंत्र दिवस और राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर जम्मू में बढ़ी सतर्कता, अलर्ट मोड पर पुलिस से लेकर खुफिया एजेंसियां
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और गणतंत्र दिवस को लेकर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को अलर्ट पर रखा गया है। भारत पाकिस्तान सीमा सहित पूरे जम्मू क्षेत्र में सुरक्षाबलों और पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया। साथ ही खुफिया एजेंसियों को जानकारी तैयार करने का निर्देश दिया जिससे राष्ट्र विरोधी तत्व अपने नापाक मंसूबों में सफल न हो सकें।
एजेंसी (पीटीआई), जम्मू। गणतंत्र दिवस और अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। क्षेत्र में अचूक सुरक्षा की तैनाती सुनिश्चित करने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा सहित पूरे जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा बलों और पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
अतिरिक्त डीजीपी आनंद जैन ने कहा कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह और गणतंत्र दिवस समारोह से पहले सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा बलों ने यहां शहर के कई हिस्सों के साथ-साथ क्षेत्र के अन्य हिस्सों में वाहनों और पैदल चलने वालों की जांच तेज कर दी है।
जवानों को महत्वपूर्ण स्थानों पर किया तैनात
उन्होंने बताया कि जम्मू के एसएसपी विनोद कुमार ने आज चेकिंग प्वाइंट और नाकों सहित जमीनी स्तर पर सुरक्षा की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शहर के चौराहों, इसके प्रवेश और निकास बिंदुओं और राजधानी शहर की ओर जाने वाली सड़कों पर नाके और मोबाइल वाहन चौकियां (एमवीसीपी) स्थापित की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सीआरपीएफ के अर्धसैनिक बल के जवानों को महत्वपूर्ण इलाकों में तैनात किया गया है।
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असामाजिक तत्व के नापाक मंसूबे न हो पाएं सफल
पिछले एक सप्ताह के दौरान इन दो बड़े आयोजनों से पहले सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए राजधानी शहर और जिलों में कई उच्च स्तरीय बैठकें आयोजित की गई हैं। अतिरिक्त डीजीपी आनंद जैन ने सोमवार को सभी खुफिया एजेंसियों को पहले से ही खुफिया जानकारी तैयार करने का निर्देश दिया जिससे राष्ट्र विरोधी और असामाजिक तत्व जम्मू क्षेत्र में अपने नापाक मंसूबों में सफल न हो सकें।
एडीजीपी ने कहा कि राष्ट्र-विरोधी तत्वों के नापाक मंसूबों को विफल करने और राष्ट्रीय कार्यक्रमों के सुचारू और घटना-मुक्त संचालन को सुनिश्चित करने के लिए अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में सभी खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा संगठनों के बीच उचित समन्वय बनाए रखा जाना चाहिए।ये भी पढ़ें: 'जय श्रीराम के नाम पर मांगेंगे वोट...', लोकसभा चुनाव को राम मंदिर से जोड़ते हुए उमर अब्दुल्ला ने केंद्र पर साधा निशाना
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