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भारतीय वायु सेना ने 438 यात्रियों को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से किया एयरलिफ्ट, पहुंचाया कारगिल और लेह

भारतीय वायु सेना ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में फंसे 438 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर हवाई मार्ग से कारगिल और लेह पहुंचाया। सभी यात्री 434 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के बाद फंसे हुए थे। फाइल फोटो

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 10 Mar 2023 06:39 AM (IST)
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भारतीय वायु सेना ने 438 यात्रियों को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से किया एयरलिफ्ट।

जम्मू, पीटाआई। भारतीय वायु सेना ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में फंसे 438 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर हवाई मार्ग से करगिल और लेह पहुंचाया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि 434 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के बाद फंसे हुए यात्रियों को जम्मू से कारगिल और श्रीनगर से लेह ले जाया गया।

वायुसेना ने फंसे लोगों को बाहर निकाला

अधिकारी के मुताबिक, 260 यात्रियों को वायुसेना के आईएल-76 विमान से श्रीनगर से लेह ले जाया गया, जबकि इसी तरह एएन-32 के चार विमानों से 165 यात्रियों को जम्मू से कारगिल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि 13 यात्रियों को जम्मू ले जाया गया।

इससे पहले भी आईएल 76ल विमान से लोगों को निकाला गया था

मालूम हो कि इससे पहले आइएल 76 विमान से 388 लद्दाखियों को लेह तक पहुंचाया गया था। ऑपरेशन सद्भावना के तहत सुबह चंडीगढ़ से वायुसेना के दो विमान जम्मू के तकनीकी हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। पांच दिन में जम्मू से लद्दाख के लोगों को आइएल 76 विमान में लेह पहुंचाने के लिए यह तीसरी उड़ान थी। इस दौरान जम्मू से 581 लद्दाखियों को लद्दाख पहुंचाया गया था।दोपहर तक विमानों ने उड़ानें भर कर 388 लोगों को मंजिल तक पहुंचा दिया था।

इससे पहले वायु सेना ने जम्मू में फंसे 193 लद्दाखियों को लेह तक पहुंचाया था। ये लोग बिगड़े मौसम के कारण जम्मू से लेह तक वायुसेना के एएन 32 विमान की उड़ानें रद्द होने से यहां फंसे हुए थे। 

भारतीय वायुसेना कर रही लोगों की मदद

भारतीय वायुसेना लगातार जम्मू-कश्मीर में लोगों की मदद कर रही है। बर्फबारी के कारण कई राजमार्ग बंद हैं, इसके साथ ही साथ बिजली और पानी की भी समस्या उत्पन्न हो रही हैं। ऐसे में वायुसेना लोगों को राहत का सामान देने से लेकर उन्हें सुरक्षित स्थानों तक भी पहुंचा रही है।