सैन्य सूत्रों के अनुसार, शनिवार रात को अंधेरे की आड़ में उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से घुसपैठ कर रहे इन आतंकियों को सैनिकों ने घेर लिया। इस दौरान आतंकियों के गोलीबारी करने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अंधेरे की आड़ में गोलीबारी करते हुए भागने की कोशिश करने वाले आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की ओर से बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच जिस स्थान से आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, वहां से रविवार दिन में सुरक्षाकर्मियों ने तलाशी अभियान चलाकर छह पिस्तौलें और 4 हथगोले बरामद किए हैं।
आतंकियों से गोलीबारी जारी
इसी बीच सुरक्षाबलों ने नियंत्रण रेखा से सटे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों के खिलाफ अभियान को जारी रखा है। क्षेत्र को खंगालने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। कश्मीर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली सेना की चिनार कोर ने यह जानकारी रविवार को इंटरनेट मीडिया पर साझा करते हुए लिखा है कि सैनिकों ने सतर्कता से घुसपैठ की कोशिश को नकारा। आतंकियों से गोलीबारी जारी है।
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तीन से पांच आतंकियों के छिपे होने की आशंका
सैन्य सूत्रों के अनुसार, उरी में घुसपैठ की कोशिश करने वाले आतंकियों की संख्या 3 से 5 के बीच है। उनके उसी क्षेत्र में कहीं छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में रविवार को सुबह होते ही सेना, सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मार गिराने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है। क्षेत्र में नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों को खंगाला जा रहा है।
बीते दिनों पाकिस्तान रेंजर्स ने किया सीज फायर का उल्लंघन
जम्मू कश्मीर में पिछले पांच दिनों में सीमा पार से शांति को गृहण लगाने की यह दूसरी साजिश है। इससे पहले पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू के अरनिया सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंधन कर दो सीमा प्रहरियों को घायल कर दिया था। जम्मू जिले के अरनिया में अंतराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाके में पाकिस्तान ने मंगलवार सुबह सवा आठ बजे गोलीबारी शुरू कर दी। सीमा प्रहरियों ने इसका कड़ा जवाब दिया।
उत्तरी कश्मीर के उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा
(एलओसी) के रास्ते पाकिस्तानी सेना की आतंकियों की घुसपैठ की साजिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। भारतीय क्षेत्र में घुसे दो आतंकियों को सुरक्षाबल ने ढेर कर दिया। उनके साथियों की तलाश जारी है। सुरक्षाबल ने तलाशी के दौरान दो एके राइफल, छह पिस्तौल, चार चीनी हथगोले, कंबल, खून से सने बैग सहित अन्य हथियार व साजोसामान बरामद किए गया है। इसके अलावा मारे गए आतंकियों से भारतीय और पाकिस्तानी नकदी और पाकिस्तानी दवाइयां भी बरामद हुई हैं।
सैन्य प्रवक्ता के अनुसार खुफिया एजेंसियों और पुलिस को उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के रास्ते भारी हथियारों से लैस आतंकियों के घुसपैठ की सूचना मिली। शनिवार रात खराब मौसम और अंधेरे का फायदा उठाकर यह आतंकी भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे। सूचना मिलते ही तुरंत अग्रिम चौकियों को अलर्ट कर दिया गया और तलाशी अभियान छेड़ दिया गया। ड्रोन से क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।सैन्य अधिकारी के अनुसार जल्द ही आतंकियों की घेराबंदी शुरू कर दी गई और रात में ही आतंकियों को घेर लिया गया और सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग शुरू हो गई। दुर्गम इलाका और बर्फबारी होने के कारण सुरक्षाबलों को दिक्कतें आई। अंधेरे और वर्षा का फायदा उठाकर आतंकियों ने भागने का प्रयास किया पर दो आतंकियों को सुरक्षाबल ने ढेर कर दिया। उनके अन्य साथियों को घेरकर मार गिराने का प्रयास जारी है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि घुसपैठ करने वाले आतंकियों की संख्या तीन से पांच थी और शेष सभी आतंकी अभी भी जंगल में छिपे हो सकते हैं। रविवार दिनभर सुरक्षाबलों ने नियंत्रण रेखा से सटे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों के खिलाफ अभियान चला दिया। क्षेत्र को खंगालने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। प्रवक्ता के अनुसार खून से सने बैग बरामद होने से अनुमान लगाया जा रहा है कि कम से कम दो आतंकी घायल हुए हैं और अपना सामान छोड़कर नियंत्रण रेखा के उस पार भाग गए हो सकते हैं। मौसम साफ होने पर फिर से अभियान चलाया जाएगा। बता दें कि सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में 30 सितंबर को दो आतंकियों को ढेर कर दिया था।
हिमपात से पहले रची जा रही घुसपैठ की साजिश
सर्दियां आरंभ होने के साथ ही ज्यादातर घुसपैठ के रास्तों पर कई-कई फीट बर्फ गिरती है। ऐसे में घुसपैठ और मुश्किल हो जाती है। ऐसे में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और पाकिस्तानी सेना बर्फबारी ज्यादा होने से पहले ही आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में धकेलने का षड्यंत्र रच रहे हैं ताकि आतंक को जिंदा रखा जा सके। सुरक्षाबल की सक्रियता के बीच यह आसान नहीं दिख रही। यही वजह है कि पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा और भारतीय सीमा पर भी माहौल खराब कर और मौसम का फायदा उठाकर आतंकियों को लगातार धकेलने की कोशिश कर रही है। यही वजह है कि सीमा और एलओसी पर सीजफायर का लगातार उल्लंघन भी हो रहा है। हालांकि भारतीय सुरक्षाबल मुस्तैद हैं और पाकिस्तान की तमाम साजिशों को विफल बनाने में जुटे हुए हैं।
छह दिन से चल रहे षड्यंत्र :
17 अक्टूबर : जम्मू के अरनिया सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन कर दो सीमा प्रहरियों को घायल कर दिया।
20 अक्टूबर : कुपवाड़ा के केरन में पाक सैनिकों की गोलाबारी में सेना का एक जवान जख्मी हो गया था।
21 अक्टूबर : जम्मू जिले के अरनिया में अंतराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाके में पाक रेंजर्स ने भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास किया था
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