दबंग IPS अधिकारी बसंत रथ समय से पूर्व हुए सेवानिवृत, IGP पद पर थे तैनात; वीडियो जारी कर खुद जान को बताया खतरा
अपनी दबंग और मुंह फट छवि के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी बसंत रथ को अचानक से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जनहित में समय से पूर्व सेवानिवृत्ति कर सबको चोंका दिया है। मौजूदा समय में वह इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) के पद पर तैनात थे। उन्होंने वीडियो जारी कर खुद की जान को खतरा बताया था।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Thu, 10 Aug 2023 01:02 PM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता। अपनी दबंग और मुंह फट छवि के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी बसंत रथ को अचानक से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जनहित में समय से पूर्व सेवानिवृत्ति कर सबको चोंका दिया है। बसंत रथ वर्ष 2000 बैच के जम्मू कश्मीर कैडर के आईपीएस अधिकारी थे।
मौजूदा समय में वह इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) के पद पर तैनात थे। बसंत रथ का यह आदेश आने से पूर्व उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर अपना एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने जम्मू कश्मीर पुलिस प्रमुख, केन्द्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी और जम्मू में नामी ठेकेदार से उनकी जान को खतरा होने का दावा कर रहे है।
बसंत रथ ने अपने वरिष्ठ साथियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
वीडियो में बसंत रथ कह रहे है कि उन्होंने गांधी नगर पुलिस थाने के प्रभारी को एक खुले पत्र में कहा है कि यदि उन पर कोई जानलेवा हमला होता है या फिर हमले में उनकी मृत्यु हो जाती है तो इसके लिए उनके वरिष्ठ अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे। इतना ही नहीं बसंत रथ अपने वरिष्ठ साथियों पर भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का आरोप भी लगा रहे है।'मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम में विफल रही जम्मू कश्मीर पुलिस'
उनका आरोप है कि जम्मू कश्मीर पुलिस प्रमुख प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम करने में पूरी तरह से विफल हो रहे है। इसके अलावा वह अपने वरिष्ठ अधिकारी पर खनन माफिया से मिली भगत होने का भी आरोप लगा रहे है। वीडियो में वह अपने वरिष्ठ अधिकारी को वह चुनौती भी दे रहे है कि यदि वह झूठ बोल रहे है तो उनके विरुद्ध कोर्ट में मान हानि का दावा कर सकते है।
राष्ट्रपति से बर्खास्त करने की लगाई थी गुहार
बसंत रथ ने इंटरनेट मीडिया पर यह दावा किया है कि उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा है। जिसमें बसंत ने मुख्य सचिव से कहा कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कहा कि राष्ट्रपति अपने अधिकारों (अनुच्छेद 311) का प्रयोग करते हुए उसे नौकरी से बर्खास्त करे। उनके इस पत्र के जवाब में बीते बुधवार देर रात को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें समय से पूर्वी सेवानिवृत्ति करने का आदेश जारी कर दिया था।बसंत पर दर्ज हुआ था अपराधिक मामला
इतना हीं बसंत ने कहा कि उन पर 2 सितंबर 2020 में श्रीनगर के सदर पुलिस थाने में आपराधिक मामला दर्ज हुआ था लेकिन उस मामले ना तो कभी थाना प्रभारी और ना ही जांच अधिकारी ने पेश होने का नोटिस भेजा है। अब उस मामले की जांच में तेजी लाने के लिए बसंत ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कश्मीर को भी पत्र लिखा है, जो उन्होंने इंटरनेट मीडिया में भी पोस्ट किया है।
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