Vaishnodevi Yatra : त्रिकुटा पर्वत पर फिर बादलों का जमघट, वैष्णो देवी के ट्रैक पर फिर हो सकती है बारिश
त्रिकुटा पर्वत पर बादलों का जमघट लगा हुआ है। इससे कटड़ा और यात्रा ट्रैक सहित वैष्णो माता के भवन पर फिर बारिश की संभावना बनती दिख रही है। इस बीच अचानक मौसम के बदले मिजाज से अच्छी-खासी ठंड पड़ने लगी है। बर्फीली हवा ठिठुरा रही है।
कटड़ा, संवाद सहयोगी : लगातार बिगड़े मौसम के बावजूद मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी तरह से बहाल है। रविवार को श्रद्धालु गर्म कपड़े पहन कर भवन की ओर प्रस्थान कर रहे थे। हालांकि त्रिकुटा पर्वत पर बादलों का जमघट लगा हुआ है। इससे कटड़ा और यात्रा ट्रैक सहित वैष्णो माता के भवन पर फिर बारिश की संभावना बनती दिख रही है। इस बीच अचानक मौसम के बदले मिजाज से अच्छी-खासी ठंड पड़ने लगी है। बर्फीली हवा ठिठुरा रही है। हालांकि मौसम साफ हुआ और दो-तीन दिन धूप निकलेगी तो स्थिति सामान्य हो जाएगी।
रविवार को भी मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा, क्योंकि दिनभर आसमान और मां वैष्णो देवी के त्रिकूटा पर्वत पर बादलों का जमावड़ा लगातार लगा रहा। बर्फीली हवाएं चलती रहीं इसके बावजूद श्रद्धालु पूरे जोश के साथ मां के जयकारे लगाते हुए भवन की ओर बढ़ते रहे। राहत की बात यह रही कि आधार शिविर कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा दिन में अधिकांश समय बहाल ही रही। इच्छुक श्रद्धालुओं ने इस सेवा का भरपूर लाभ उठाया। बैटरी कार और पैसेंजर केवल कार सेवा भी आम दिनों की तरह सुचारु रही। हालांकि रविवार को दोपहर बाद तक बारिश तो नहीं हुई, परंतु जिस तरह से मौसम का मिजाज बना हुआ है, उससे उम्मीद है कि जल्द ही श्रद्धालुओं को वैष्णो देवी यात्रा के दौरान बारिश का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं एकाएक बढ़ी ठंड को लेकर आधार शिविर कटड़ा में पंखे आदि बंद हो चुके हैं और नगर वासियों के साथ ही श्रद्धालु रात्रि के समय कंबल ओढ़ने पर मजबूर हो गए हैं। शनिवार को करीब 24,500 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी। वहीं रविवार को दोपहर बाद 3:00 बजे तक करीब 8,000 श्रद्धालु भवन की ओर प्रस्थान कर चुके थे और श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी था। आपदा प्रबंधन दल के साथ ही श्राइन बोर्ड प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी लगातार मां वैष्णो देवी यात्रा पर निगाह रखे हुए हैं ताकि बिगड़े मौसम को लेकर मां वैष्णो देवी के दर्शन को आ रहे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।