Jammu Kashmir Election 2024: सोशल मीडिया पर फेक खबरों पर EC का शिकंजा, न्यूज पोर्टल और यूट्यूब चैनल पर रहेगी पैनी नजर
जम्मू-कश्मीर में चुनावी तैयारियों के बीच निर्वाचन आयोग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। केंद्रशासित प्रदेश में सोशल मीडिया के जरिए यदि फेक न्यूज फैलाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आयोग ने नोडल अफसरों को तैनात किया है जो हर तरह की फर्जी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। वहीं निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जानकारी भी मांगी है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। विधानसभा चुनाव में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के अलावा न्यूज पोर्टल, यूट्यूब चैनल पर झूठी-भ्रामक जानकारियों पर नजर रखने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं।
सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स हैंडल आदि का सावधानी से प्रयोग करना होगा। चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर जारी होने वाली हर सूचना पर चुनाव आयोग सहित जिला निर्वाचन कार्यालय की भी पैनी नजर रहेगी।
प्रदेश प्रशासन ने विधानसभा चुनाव के दौरान एसएमएस या सोशल मीडिया के जरिए आपत्तिजनक संदेश फैलने से रोकने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्तियां की है।
सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्मों पर रहेगी नजर
चुनाव में फैलाई जाने वाली झूठी व भ्रामक जानकारियों पर रोकथाम के लिए प्रत्येक जिले में प्रभावी टीम तैनात होगी, जो चुनाव के दौरान राजनीतिक हलचल के साथ प्रत्याशियों, उनके स्वजन और राजनीतिक दलों से जुड़े पदाधिकारियों के सोशल मीडिया से जुड़े सभी प्लेटफार्मों पर निगरानी रखेगी।
आयोग का मानना है कि सोशल मीडिया की बढ़ती उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए जिले से लेकर प्रदेश स्तर पर गठित टीमें इंटरनेट गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगी। निष्पक्ष चुनाव के साथ चुनावी प्रक्रिया पर विश्वसनीयता के लिए जरूरी है कि चुनाव से जुड़ी प्रत्येक झूठी व भ्रामक खबरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रत्याशियों को इस बार शपथ-पत्र को भरते समय अपना मोबाइल फोन नंबर व मेल आइडी के साथ परिजनों के भी सोशल मीडिया से जुड़े खातों की जानकारी साझा करनी होगी।
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