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पहली बार भारत के संविधान की शपथ लेंगे जम्मू-कश्मीर के विधायक, आर्टिकल-370 हटने से पहले क्या था नियम?

जम्मू-कश्मीर विधानसभा (Jammu Kashmir Assembly) का पहला सत्र 4 नवंबर से चलेगा। उससे पहले विधानसभा के नए सदस्य विधायक पद की शपथ लेंगे। प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल (Mubarak Gul) नए सदस्यों को उनके दायित्व का शपथ दिलाएंगे। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पहली बार चुने हुए विधायक भारतीय संविधान (Indian Constitution) की शपथ लेगें। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के संविधान की शपथ लेंगे।

By satnam singh Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 20 Oct 2024 05:40 PM (IST)
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जम्मू-कश्मीर के नए विधायक सोमवार को लेंगे विधायक पद की शपथ (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की पहली विधानसभा (Jammu Kashmir Assembly) के लिए चुने गए नए सदस्य सोमवार को विधायक पद की शपथ ग्रहण करेंगे। श्रीनगर में विधानसभा कॉम्प्लेक्स में प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल नए सदस्यों को विधायक पद की शपथ दिलाएंगे। समारोह का समय दोपहर दो बजे निर्धारित किया गया। शपथ के लिए पहले ही सभी सदस्यों को सूचित किया जा चुका है।

पहली बार संविधान की शपथ लेगें विधायक

जम्मू के कई विधायक आज श्रीनगर पहुंच गए है, तो कई सोमवार सुबह पहुंचेंगे। जम्मू कश्मीर में पहली बार विधायक भारतीय संविधान के तहत शपथ ग्रहण करेंगे।

जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने से पहले जम्मू कश्मीर संविधान की शपथ ली जाती थी। पांच अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटा दिया था। जम्मू कश्मीर में विधानसभा की 90 सीटों के लिए चुनाव हुआ है।

4 नवंबर से चलेगा विधानसभा का पहला सत्र

विधानसभा में सबसे अधिक सीटें 42 नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) ने जीती हैं। भाजपा को 29 सीटें मिली है, कांग्रेस को 6 सीटें, पीडीपी को तीन, माकपा को 1, आम आदमी पार्टी को 1 और अन्य निर्दलीय विजयी हुए हैं।

प्रोटेम स्पीकर को उपराज्यपाल पहले ही शपथ दिला चुके है। सभी राजनीतिक पार्टियों के विधायकों की शपथ की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा करने के बाद विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर को लगेगा।

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अब्दुल रहीम राथर हो सकते हैं स्पीकर

यह तय है कि स्पीकर सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस की पार्टी का होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता व सात बार विधानसभा का चुनाव जीतने वाले अब्दुल रहीम राथर स्पीकर हो सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भाजपा को डिप्टी स्पीकर का पद दे सकती है। राथर को विधानसभा का लंबा अनुभव रहा है। वह वित्त मंत्री रहे है और पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार के समय राथर विपक्ष के नेता थे।

पहले के नियमों के मुताबिक चलेगी विधानसभा

जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर से शुरू होगा। आठ से 10 दिन तक चलने वाला यह सत्र पांच अगस्त 2019 से पहले के जम्मू-कश्मीर राज्य की विधानसभा प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के मुताबिक चलेगा। जम्मू-कश्मीर विधानसभा प्रक्रिया और संचालन संबंधी नियमों को तय किया जाना है। स्पीकर सदन की समिति का गठन करेंगे। समिति स्पीकर के चुनाव के बाद ही गठित होगी।

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