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Jammu: नए साल में स्वास्थ्य और पर्यटन का हब बनने की राह पर जम्मू-कश्मीर, पड़ोसी प्रदेशों के मरीज को भी मिलेगा लाभ

जम्मू-कश्मीर नए साल पर स्वास्थ्य और पर्यटन का हब बनने की ओर है इस साल लोगों को विजयपुर में एम्स भी मिल जाएगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में होम्योपैथिक कॉलेज भी खोला जाएगा जिससे उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के साथ ही पड़ोसी राज्यों के भी मरीजों को लाभ मिल सकेगा। इसके साथ ही मानतलाई में अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र भी इसी साल तक खुलने की पूरी संभावना है।

By rohit jandiyal Edited By: Deepak SaxenaUpdated: Mon, 01 Jan 2024 09:03 PM (IST)
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नए साल में स्वास्थ्य और पर्यटन का हब बनने की राह पर जम्मू-कश्मीर।
रोहित जंडियाल, जम्मू। नए साल में जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य और पर्यटन का हब बनने की राह पर है। एक ओर जहां जम्मू के विजयपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) मरीजों को समर्पित करने की तैयारी है तो वहीं मानतलाई में अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र भी इसी वर्ष मार्च महीने के अंत तक खुलने की पूरी संभावना है।

पर्यटन स्थलों पर हेल्थ और वेलनेस सेंटरों में योग केंद्र खोले जाएंगे तो कैंसर संस्थान में भी पेट स्कैन जैसी सुविधा मरीजों को राहत देगी। कई और स्वास्थ्य केंद्र भी खुलने के लिए तैयार हो रहे हैं, जिनका लाभ न सिर्फ जम्मू-कश्मीर, बल्कि पड़ोसी पंजाब और हिमाचल प्रदेश जैसे प्रदेशों के मरीजों को भी होगा।

इस वर्ष सबसे अहम परियोजना विजयपुर एम्स की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन फरवरी, 2019 को इसकी नींव रखी थी। अब इसकी इमारतें लगभग बनकर तैयार है। अब मशीनरी और उपकरण लगाने की प्रक्रिया चल रही है। इसी वर्ष फरवरी तक यह मरीजों को समर्पित करने की तैयारी है। प्रधानमंत्री मोदी ही इसका उद्घाटन भी कर सकते हैं।

किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा भी रहेगी उपलब्ध

प्रथम चरण में 750 बिस्तरों की क्षमता वाले एम्स में हृदय रोग, न्यूरो सर्जरी, हड्डी रोग, कैंसर, किडनी रोगियों सहित कई अन्य बीमारियों का विशेषज्ञ इलाज करेंगे। एम्स प्रबंधन की मानें तो यहां पर मरीजों को सर्जरी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। किडनी प्रत्यरोपण की सुविधा के अलावा ट्रामा केयर भी एम्स की विशेषता होगी।

इसी साल उधमपुर जिले की चिनैनी तहसील में बन रहा अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र भी लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा। वर्ष 2017 में इस केंद्र का काम शुरू हुआ था जो लगभग पूरा हो गया है। प्रकृति की गोद में बसे मानतलाई में भारत से ही नहीं, विदेशों से भी लोग योग करने के लिए आ सकते हैं। यह जगह पहले से ही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के गुरु रहे धीरेंद्र ब्रह्मचारी के कारण योग के लिए विदेश तक में विख्यात थी। इस परियोजना पर 98 करोड़ के आसपास लागत आई है। यहां की स्वच्छ आबोहवा भी लोगों को आकर्षित करेगी।

कठुआ में शुरू हो सकता है होम्योपैथी कॉलेज

आयुष विभाग पत्नीटाप, पहलगाम सहित कई पर्यटक स्थलों पर स्थित हेल्थ और वेलनेस सेंटरों में योग केंद्र भी शुरू कर रहा है। इसका मकसद इन स्थलों पर आए पर्यटकों को योग के सहारे स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना भी है। इसी वर्ष कठुआ जिले में होम्योपैथी कालेज भी शुरू हो सकता है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर में यह पहला होम्योपैथी कॉलेज होगा और यह पड़ोसी प्रदेशों के विद्यार्थियों के अतिरिक्त मरीजों को भी इस पद्धति से इलाज करवाने के लिए आकर्षित करेगा।

कैंसर संस्थान में शुरू होगी पेट स्कैन की सुविधा

गत वर्ष मरीजों के लिए खुले कैंसर संस्थान में इस वर्ष पेट स्कैन की सुविधा शुरू होगी। मशीन स्थापित की जा चुकी है। संबंधित अधिकारी की नियुक्ति की जा रही है। शेर-ए-कश्मीर इंस्टीटयूट आफ मेडिकल सांइसेज सौरा के बाद जम्मू-कश्मीर के किसी सरकारी अस्पताल में यह पहली मशीन होगी। इसमें मरीजों को टेस्ट के लिए भी मात्र छह से आठ हजार रुपये ही देने पड़ेंगे। ये मशीन भी मरीजों को राहत देगी। बोन और ज्वाइंट अस्पताल जम्मू को भी इस वर्ष पूरी तरह से मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा। अभी ऑपरेशन थियेटर बंद पड़े हुए हैं। चार नर्सिंग कालेज भी इस वर्ष और खोले जाएंगे।

सात नए मेडिकल कॉलेज खोले गए

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव भूपेंद्र कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई परियोजनाएं इस वर्ष मरीजों के लिए शुरू की जा रही हैं। कैंसर संस्थान पर पूरा जोर दिया जा रहा है। यहां पर सात नए मेडिकल कालेज खोले गए हैं। इनमें एमआरआई, फाइब्रोस्कैन, सीटी स्कैन सहित कई सुविधाएं शुरू की जा रही है। मरीजों को प्रदेश के बाहर इलाज करवाने के लिए जाने की जरूरत नहीं होगी।

आयुष जम्मू कश्मीर के निदेशक डॉ. मोहन सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की आबोहवा ऐसी है कि यहां पर कोई भी आने के लिए तैयार रहता है। आयुष में जिस प्रकार से नए अस्पताल और हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले गए हैं, उससे लोगों का आयुष के प्रति रुझान बढ़ा है। अखनूर स्थित आयुष अस्प्ताल व कालेज में हिमाचल प्रदेश से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। लगातार सुधार किया जा रहा है।

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जम्मू के विजयपुर में एम्स तो मानतलाई में योग केंद्र खुलने के लिए तैयार

नैचुरोपैथी अस्पताल जम्मू के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ कपिल बत्रा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक चिकित्सा की बहुत संभावनाएं हैं। डोडा, भद्रवाह, पत्नीटाप, मानतलाई सहित कश्मीर में इसे और बढ़ावा दिया जा सकता है। कोविड में हमने देखा कि लोग प्राकृतिक चीजों का सेवन कर ही स्वस्थ हुए हैं। आज लोग प्राकृतिक चिकित्सा की ओर आकर्षित हो रहे हैं। हम प्राकृतिक चिकित्सा में भी जम्मू-कश्मीर को आगे ले जा सकते हैं।

पड़ोसी प्रदेशों के मरीज भी इलाज के लिए आ रहे

स्वास्थ्य विशेषज्ञ के डॉ. रोमेश गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जिस प्रकार से हर दूसरे जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित हुआ है, दो एम्स बने हैं। दो कैंसर संस्थान चल रहे हैं। उनसे यहां पर पड़ोसी प्रदेशों के मरीज भी अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं। दर्द प्रबंधन में जम्मू के डाक्टरों का बाहर तक नाम है। अब निजी अस्पताल भी स्थापित हो रहे हैं। आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य पर्यटन का हब जरूर बनेगा।

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