Jammu: आर्मी उपप्रमुख ने किया नॉर्थटेक सिंपोजियम का उद्घाटन, बोले- 'नई चुनौतियों का सामना करने को तैयार सेना'
Jammu आर्मी उपप्रमुख ने नार्थ टेक सिंपोजियम का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने कहा कि सेना ऑपरेशनल तैयारियों को धार देने के लिए नई से नई तकनीक अपना रही है। आने वाले समय में आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस नई ऊंचाई को छुएगी। सेना के लिए तकनीकी रूप से अपग्रेड होना बहुत जरूरी है। नॉर्थटेक सिंपोजियम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें नए तरह के ड्रोन व तकनीक प्रदर्शित की गई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: थलसेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने सोमवार को कहा कि भारतीय सेना आधुनिक तकनीक से लैस होकर भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही है। आधुनिक युद्ध कौशल में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व गणना बहुत महत्व रखती है, ऐसे में मानव व मशीन में बेहतर समन्वय से सेना ऑपरेशनल रूप से मजबूत हो रही है।
ऑपरेशनल तैयारियों को धार देने के लिए नई से नई तकनीक अपना रही सेना
जम्मू के नगरोटा में स्थित आइआइटी में सुबह तीन दिवसीय नॉर्थटेक सिंपोजियम का उद्घाटन करने के बाद थलसेना उप प्रमुख ने कहा कि 21वीं एकीकृत युद्ध कौशल समय की मांग है। ऐसे में सेना ऑपरेशनल तैयारियों को धार देने के लिए नई से नई तकनीक अपना रही है। आने वाले समय में आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस नई ऊंचाई को छुएगी। सेना के लिए तकनीकी रूप से अपग्रेड होना बहुत जरूरी है।
नॉर्थटेक सिंपोजियम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें नए तरह के ड्रोन व तकनीक प्रदर्शित की गई है। हम गौर करेंगे कि हमें आज व भविष्य की जरूरतों के लिए क्या चाहिए। आत्मनिर्भर भारत की दिशा में इस बड़े प्रयास के तहत हमें आधुनिक उपकरणों को देखने, जांचने व उनका इस्तेमाल करने का मौका मिल रहा है। जब हम देश में विकसित नई तकनीकों का इस्तेमाल करेंगे तो इसे दुनिया भी खरीदेगी।
निगरानी, संचार आदि नई तकनीक के उपकरण प्रदर्शित
सिंपोजियम में सेना की उत्तरी कमान के क्षेत्राधिकार में सशस्त्र सेनाओं व सुरक्षा बलों को पेश आने वाली चुनौतियों का समाधान करने वाली नई तकनीक के इस्तेमाल की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे। ऐसे में सेना, वायुसेना, सीमा सुरक्षा बला, आइटीबीपी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी भी प्रदर्शित की गई नई तकनीक का आंकलन करने पहुंचे। प्रदर्शित की गई तकनीक में निगरानी, सामरिक गतिशीलता, मारक क्षमता, संचार, चिकित्सा सुविधा, रोबोटिक्स, सिमुलेटर और प्रशिक्षण उपकरण आदि शामिल रहे।
180 भारतीय रक्षा कंपनियां ले रही हैं हिस्सा
उत्तरी कमान मुख्यालय से आयोजित सिंपोजियम में एक छत के नीचे अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों, अत्याधुनिक तकनीक, नए उत्पादों को प्रदर्शित कर सशस्त्र सेना और रक्षा कंपनियों को भावी जरूरतों पर विचार विमर्श करने का मौका दिया गया है।
इस दौरान लघु एवं मझोले उद्योगों, डिफेंस पब्लिक सेक्टर, डीआरडीओ, सिम्युलेटर डेवलपमेंट डिवीजन समेत लगभग 180 भारतीय रक्षा कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। कार्यक्रम का आयोजन सेना-उद्योग भागीदारी के लिए संवाद व समन्वय के लिए मंच उपलब्ध करवाने के साथ सरकार की पहल मेक इन इंडिया को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।