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Jammu News: BJP का आरोप- यात्रा में ऐसे लोग जुड़ रहे, जो देश तोड़ने का काम कर रहे, पीएजीडी तक भी है साथ

भाजपा मीडिया सचिव डा. प्रदीप महोत्रा ने आरोप लगाया कि भारत जोड़ो यात्रा में विवादों से जुड़े नेता शामिल हो रहे हैं। इनमें से अधिकतर देश जोड़ने में कम व देश तोड़ने षड्यंत्र में लगे अधिक नजर आए हैं। चीन पाक की पैरवी करने वाली पीएजीडी तक भी साथ है।

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Mon, 23 Jan 2023 04:34 PM (IST)
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भाजपा के मीडिया सचिव डा. प्रदीप महोत्रा ने यात्रा में शामिल लोगों पर आरोप लगाया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। प्रदेश भाजपा ने राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा और इसमें शामिल होने वाले विभिन्न दलों के नेताओं को फिर निशाने पर लिया है। आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा में विवादों से जुड़े नेता शामिल हो रहे हैं। इनमें से अधिकतर देश जोड़ने में कम व देश तोड़ने षड्यंत्र में लगे अधिक नजर आए हैं।

भाजपा के मीडिया सचिव डा. प्रदीप महोत्रा ने आरोप लगाया कि चीन और पाकिस्तान की खुली पैरवी करता आया पीपुल्स अलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) भी यात्रा का हिस्सा है। रविवार को मीडिया कर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि गुपकार अलायंस वही संगठन है, जिसके नेता परिवारवाद को आगे बढ़ाने के लिए आतंकियों और पाकिस्तानियों की पैरवी करते आए हैं।

कांग्रेस को आड़े हाथ लिया

महबूबा मुफ्ती वही नेता हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 के विरोध में कहा था कि कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं होगा। कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए प्रदीप ने कहा कि यह पार्टी जम्मू कश्मीर की सभी समस्याओं के लिए जिम्मेदार है। यह पार्टी जम्मू कश्मीर के एक हिस्से पर हुए पाकिस्तान कब्जे के साथ प्रदेश में अलगाववाद के लिए जिम्मेदार है।

हिंदुओं के खिलाफ भड़काने का काम करते

यह पार्टी अनुच्छेद 370 पर इसलिए चुप रही क्योंकि यह कश्मीर केंद्रित पार्टियों को फायदा पहुंचाता था। राहुल गांधी के साथ चलने वाले डा. फारूक अब्दुल्ला वही नेता हैं जो कश्मीर में लोगों को भड़काते आए हैं। शेख अब्दुल्ला भी अपने भाषण में मुस्लिम कान्फ्रेंस और घाटी के मुसलमानों को हिंदुओं के खिलाफ भड़काते थे। कांग्रेस ने 1975 में इंदिरा गांधी से समझौता करने वाले शेख अब्दुल्ला को उस समय मुख्यमंत्री बनाया जब उनका एक भी विधायक नहीं था।

यह यात्रा केवल अस्तित्व की तलाश मात्र तक सीमित

तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन की पुस्तक ‘माय फ्रोजेन टरबुलेंस इन कश्मीर’ का हवाला देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने लिखा है कि फारूक अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर की भयावह स्थिति को लेकर गंभीर नहीं थे। इस बारे में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को पत्र लिख अवगत कराया गया था। उनका ध्यान कश्मीर की स्थिति सुधारने की तरफ नहीं लोकसभा के चुनावों की तरफ ज्यादा था। महोत्रा ने कहा कि इस यात्रा से कांग्रेस और अलगाववादी नेता अपनी खोई हुई राजनीतिक पृष्ठभूमि को तलाशने की जुगत में हैं। यह यात्रा कांग्रेस की अस्तित्व की तलाश मात्र तक सीमित है।

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