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G20 बैठक के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुरू की तैयारी, 200 बैठकों में से कुछ बैठकें जम्मू-कश्मीर में होंगी

इस वर्ष पहली दिसंबर से भारत जी-20 का एक वर्ष के लिए नेतृत्व संभालने जा रहा है और इस दौरान देश के विभिन्न शहरों में जी-20 सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधियों की लगभग 200 बैठकें होंगी। उसमें से कुछ बैठकें जम्मू कश्मीर में होनी हैं।

By Jagran NewsEdited By: Vikas AbrolUpdated: Sat, 19 Nov 2022 06:28 AM (IST)
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जी-20 सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधियों की लगभग 200 बैठकें होंगी। उसमें से कुछ बैठकें जम्मू कश्मीर में होनी हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में शांति, सुरक्षा, विकास बहाली की प्रक्रिया के बीच प्रदेश प्रशासन जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों में भी जुट गया है। इस वर्ष पहली दिसंबर से भारत जी-20 का एक वर्ष के लिए नेतृत्व संभालने जा रहा है और इस दौरान देश के विभिन्न शहरों में जी-20 सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधियों की लगभग 200 बैठकें होंगी। उसमें से कुछ बैठकें जम्मू कश्मीर में होनी हैं।

मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने शुक्रवार को सभी वरिष्ठ अधिकारियों और प्रशासनिक सचिवों संग इस सम्मेलन की तैयारियों की जायजा लिया। मुख्य सचिव ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए जम्मू कश्मीर सबसे उपयुक्त और खूबसूरत जगह साबित होने जा रही है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में शामिल होने वाले डेलीगेट्स यहां के अविस्मरणीय अनुभवों को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का मौसम इस तरह के अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के लिए आदर्श जगह है। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन व इस जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों के लिए जम्मू कश्मीर में बीते दो अढ़ाई वर्ष के दौरान यहां जिस तरह से ढांचागत सुविधाओं का विकास हुआ है।प्रदेश के सुरक्षा परिदृश्य का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीते एक डेढ़ वर्ष के दौरान एक भी हड़ताल नहीं हुई है।

जम्मू कश्मीर में अपराध दर भी बहुत ही कम है। पर्यटकों की आमद भी इस वर्ष रिकार्ड तोड़ रही है। पहली जनवरी 2022 से अब तक प्रदेश में 1.62 करोड़ पर्यटक आ चुके हैं जो आजादी के बाद किसी एक कैलेंडर वर्ष में जम्मू कश्मीर में आने वाले पर्यटकों की सबसे ज्यादा संख्या है।मुख्य सचिव ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रबंध सर्वश्रेष्ठ होने चाहिए। सम्मेलन में आने वाले विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को जम्मू कश्मीर की समृद्ध लोक कला और संस्कृति को अनुभव करने का भी अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने डेलीगेट्स के ठहरने, शहर में घूमने, उनके लिए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन, परिवहन, इंटरनेट कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य सुविधा व अन्य प्रबंधों को लेकर की जा रही तैयारियों पर भी अधिकारियों से फीडबैक प्राप्त किया। 

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