Jammu Kashmir Election 2024: चुनाव से पहले भाजपा में नहीं थम रही बगावत, अब सांबा जिलाध्यक्ष कश्मीरा सिंह ने दिया इस्तीफा
जम्मू-विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में आंतरिक विरोध देखने को मिल रहा है। टिकट ने मिलने की वजह से कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इनमें सांबा प्रदेशाध्यक्ष कश्मीरा सिंह भी शामिल हैं। कश्मीरा सिंह का कहना है कि उन्होंने 42 साल तक पार्टी की निस्वार्थ सेवा की है जिसका उन्हें यह परिणाम देखने को मिला।
संवाद सहयोगी, सांबा। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद प्रदेशभर में टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा के कई नेता नाराज चल रहे हैं। सांबा के भाजपा जिला अध्यक्ष कश्मीरा सिंह को भी टिकट नहीं मिला। ऐसे में शुक्रवार को उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी को सौंप दिया।
शुक्रवार को उन्होंने सांबा में पत्रकार वार्ता कर इस संबंध में जानकारी दी। पत्रकार वार्ता में कश्मीरा सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह शेख अब्दुल्ला की विचारधारा को भाजपा में लाना चाहते हैं, जो मेरे जैसे पुराने कार्यकर्ताओं को बर्दाश्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि मेरे जैसे कार्यकर्ताओं ने पार्टी को अपने खून-पसीने से सींचा, लेकिन इस बार नेशनल कांफ्रेंस से आए सुरजीत सिंह सलाथिया को उम्मीदवार बनाया गया। जब तक सलाथिया का टिकट वापस नहीं लिया जाता, वे पार्टी में वापस नहीं आएंगे।
42 साल तक की पार्टी की सेवा: कश्मीरा सिंह
कश्मीरा सिंह ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा का कोई भी विधायक या सासंद नहीं था और कोई पार्टी में शामिल नहीं होता था, तब मेरे जैसे कार्यकर्ताओं की मेहनत से पार्टी खड़ी हुई। कश्मीरा सिंह ने कहा कि उन्होंने 40-42 वर्ष तक पार्टी की निस्वार्थ सेवा की।उन्होंने कहा कि 30 वर्ष बाद सांबा विधानसभा क्षेत्र सामान्य वर्ग के लिए ओपन हुआ है। ऐसे में पार्टी के लिए वर्षों से मेहनत करने वाले स्थानीय कार्यकर्ता को टिकट दिया जाना चाहिए था।शेख अब्दुल्ला की पार्टी से जुड़े रहे व्यक्ति को टिकट देना साफ करता है अब भाजपा नेतृत्व को मेहनती कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं है। वर्ष 1996 से बाहरी लोगों को ही मिला टिकट
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