Budget 2024: आतंकी हमलों के बीच जम्मू-कश्मीर को बजट में मिली कई बड़ी सौगातें, पर्यटन और ऊर्जा पर भी फोकस
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर का बजट (Budget 2024) पेश किया जिसमें पर्यटन क्षेत्र के लिए 519.70 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया। यह आवंटन पिछले वित्तीय वर्ष के आवंटन से 205.45 करोड़ अधिक है जिससे साफ है कि सरकार का पूरा फोकस प्रदेश में ढांचागत विकास व सेवाओं में सुधार के साथ पर्यटकों को आकर्षित करने पर केंद्रित है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। पर्यटन उद्योग केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिए जीवन रेखा है, जिसका स्थानीय अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है। जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद बदलते माहौल के बीच साल 2023 में जम्मू-कश्मीर में 2.11 करोड़ पर्यटकों का रिकॉर्ड आगमन हुआ।
इस साल जून अंत तक भी 1.02 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर की सैर कर चुके है। ऐसे में जम्मू-कश्मीर आने वाले पर्यटकों को यहां पर्याप्त सुविधाएं मिल सके, इसका जम्मू-कश्मीर के बजट में पूरा ख्याल रखा गया है। इसका सीधा लाभ पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को मिलेगा। जम्मू-कश्मीर में मौजूदा पर्यटन स्थलों पर सुविधाओं का विस्तार करने के लिए विशेष प्रावधान रखने के साथ साथ नए टूरिस्ट सर्किट विकसित करने तथा रोपेवे और गोल्फ को बढ़ावा देने पर सरकार ने इस बजट में फोकस किया है।
पिछले साल के मुकाबले 1.2 प्रतिशत की बढोत्तरी की
केंद्र सरकार ने वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट में जम्मू कश्मीर को पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 1.2 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करते हुए 42,277.74 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में प्रदेश को 41,751.44 करोड़ रुपये की धनराशि आबंटित की गई थी। इसके अलावा आपदा प्रतिक्रिया कोष में योगदान के लिए भी 279 करोड़ और जम्मू कश्मीर पुलिस को 9,789.42 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं।केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में वर्ष 2024-25 का वार्षिक बजट प्रस्तुत किया है। इसमें जम्मू-कश्मीर में संसाधनों की कमी को पूरा करने के लिए केंद्रीय सहायता के रूप में 40,619.3 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। बजट दस्तावेज में कहा गया है कि इसमें भारत की आकस्मिकता निधि से अग्रिम के रूप में स्वीकृत 7,900 करोड़ रुपये की राशि भी शामिल है, जो 2024-25 के लिए अनुदानों की मांगों को संसद द्वारा पारित किए जाने और संबंधित विनियोग अधिनियम को राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किए जाने के बाद निधि में वापस आ जाएगी।
आपदा प्रतिक्रिया कोष के लिए 279 करोड़ रुपये आवंटित
सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली आपदाओं से निपटने के लिए व्यय को पूरा करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश आपदा प्रतिक्रिया कोष में योगदान के लिए जम्मू-कश्मीर को 279 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बजट में केंद्र शासित प्रदेश को 624 मेगावाट की किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना (एचईपी) के लिए इक्विटी योगदान के लिए 130 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि 800 मेगावाट की रतले जल विद्युत परियोजना के लिए इक्विटी के लिए 476.44 करोड़ रुपये की राशि दी गई है।ये भी पढ़ें: Kupwara Encounter: कुपवाड़ा के त्रिमुखा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, सेना ने की इलाके की घेराबंदी इसके अलावा, झेलम और तवी बाढ़ पुनर्प्राप्ति परियोजना (जेटीएफआरपी) के लिए व्यय को पूरा करने के लिए 500 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया गया है। दस्तावेज में कहा गया है कि केंद्र ने 540 मेगावाट क्वार जल विद्युत परियोजना के लिए इक्विटी योगदान के लिए अनुदान के रूप में जम्मू-कश्मीर को 171.23 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए संसाधन-अंतर निधि को पूरा करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश के पूंजीगत व्यय के लिए समर्थन के रूप में 101.77 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
कुल 42,277.74 करोड़ रुपये के बजट के अलावा, केंद्र ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को 9,789.42 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं। जम्मू-कश्मीर मामलों के जानकार संत कुमार शर्मा ने कहा कि केंद्रीय बजट में जम्मू कश्मीर का आबंटन स्थानीय भौगोलिक,सामाजिक व आर्थिक विषमताओं को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया जाना चाहिए था। यहां के सुरक्षा परिदृश्य को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।पुलिस के लिए जो राशि आबंटित की गई है, उससे जम्मू-कश्मीर पुलिस के अत्याधुनिकीकरण, जम्मू कश्मीर पुलिस के लिए नए हथियारों की खरीद, उसने प्रशिक्षण में सुधार व अन्य मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। कई बार देखा गया है कि सुरक्षा संबंधी ढांचे में सुधार की प्रक्रिया धनाभाव के कारण रुक जाती है, या लंबित रहती है, वैसा अब नहीं होगा, यही उम्मीद है।
ये भी पढ़ें: Maa Vaishno Devi: मां वैष्णो देवी के त्रिकूट पर्वत की और बढ़ेगी खूबसूरती, श्राइन बोर्ड शुरू करेगा ये खास अभियान
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।