Jammu News: '...किसी को छोड़ना नहीं भाई', सिगरेट पीने से रोकने पर युवक को चलती ट्रेन से फेंका, जिंदगी और मौत से लड़ रहा जंग
Jammu kashmir News युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत काफी खराब है। वह ज्यादा बोल पाने की स्थिति में नहीं है। उसने ईमेल के जरिए अपना बयान दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन काफी दिनों बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। इससे युवक के परिजनों में काफी निराशा है।
जागरण टीम, लुधियाना/जम्मू। एसएसबी का इंटरव्यू देने अहमदाबाद जा रहे जम्मू बिजली बोर्ड के अधिकारी के 23 वर्षीय बेटे तुषार को लुधियाना के पास सिगरेट पीने से रोकने पर तीन युवकों ने चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। हालत गंभीर है और वह दयानंद मेडिकल कालेज एंड अस्पताल (डीएमसीएच) में आइसीयू में भर्ती है।
घटना सवा महीने पुरानी है। तुषार की रीढ़ की हड्डी व दोनों टांगों की हड्डियां टूट गई हैं। कमर के नीचे पैरालाइज हो गया है, जिससे वह उठ बैठ भी नहीं सकता है। सवा महीने बाद हालत में थोड़ा सुधार होने पर तुषार ने ईमेल पर बयान दिया तो अब जीआरपी ने अज्ञात युवकों पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।
परीक्षा देने जा रहा था अहमदाबाद
वहीं, परिवार ने अभी तक आरोपितों को गिरफ्तारी न होने व पुलिस की ढीली कार्यवाही पर कड़ी नाराजगी जताई है। तुषार के छोटे भाई मोहित ने बताया कि पिता वरिंदर ठाकुर जम्मू बिजली बोर्ड में तैनात हैं और मां प्रतिमा ठाकुर हाउस वाइफ हैं। वह जम्मू में ग्रेटर कैलाश के रहने वाले हैं।बड़े भाई तुषार ने सीडीएस (कंबाइंड डिफेंस सर्विस) की परीक्षा पास की है। 19 मई को वह सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) का इंटरव्यू देने के लिए जम्मू से जामनगर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12478) से अहमदाबाद जा रहे थे।
तैश में आकर युवक को फेंक दिया नीचे
लुधियाना स्टेशन से पहले वह शौचालय की तरफ गए तो गेट के पास तीन युवक खड़े थे। एक पगड़ीधारी था और दो अन्य थे। इनमें से दो सिगरेट पी रहे थे। तुषार ने कहा कि धुएं से एलर्जी है और ट्रेन में वैसे भी सिगरेट पीना मना है तो इसे फेंक दीजिए।इसी बात को लेकर तीनों युवक तैश में आ गए और उन्होंने तुषार को पहले पीटा फिर चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। ट्रेन की गति धीमी थी, इसलिए तीनों युवक फरार हो गए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
तुषार का बैग भी ट्रेन में रह गया था। उसी में उनके शैक्षणिक प्रमाणपत्र थे। गंभीर हालत में तुषार को रेलवे ने एंबुलेंस से पहले सिविल अस्पताल भेजा। जेब से मिले आइडी से पहचान हुई तो पिता को सूचित किया। इसके बाद तुषार के पिता लुधियाना पहुंचे और डीएमसीएच में भर्ती कराया।ज्यादा बोल पाने में असमर्थ तुषार ने चार दिन पहले अपनी ईमेल आइडी से अपने साथ हुए घटनाक्रम को टाइप करके जीआरपी को भेजा। इसी आधार पर पुलिस ने धारा 308 (गैर इरादतन हत्या) के तहत केस अज्ञात लोगों पर दर्ज किया है।मुझे इंसाफ चाहिए...
लुधियाना के अस्पताल में भर्ती तुषार ज्याादा बोल पाने में असमर्थ है। वीरवार को तुषार ने बताया कि ट्रेन में सिगरेट पीने से मना किया तो तीन युवकों ने उसे धक्का दे दिया था। इसके बाद कुछ याद नहीं।मुझे इंसाफ चाहिए, किसी को छोड़ना नहीं है। वहीं, मां प्रतिमा का रो-रो कर बुरा हाल है। उनका कहना है कि उन्होंने सोचा था कि बेटा सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करेगा, लेकिन आरोपितों ने हमारी और हमारे बेटे की जिंदगी तबाह कर दी। यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था आज सुबह जम्मू से रवाना, LG मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडीरेलवे पुलिस की ढीली कार्रवाई पर रोष
डाक्टरों ने कहा है कि अब उनका बेटा चल नहीं पाएगा, उसे पैरालाइज हो गया है। वहीं तुषार का भाई मोहित भी सदमे में दिखा। पूरा परिवार सदमे में है। उसके दोस्त भी दुखी हैं। मोहित ने बताया कि तुषार ने जम्मू के एसपीएमआर कालेज आफ कामर्स कालेज से स्नातक की डिग्री की है। इससे पूर्व वह भारतीय वायु सेवा में नौकरी के लिए आवेदन किया था, जिसे उसने पास भी कर लिया था, लेकिन वह भारतीय सेना में भर्ती होना चाहता था इसलिए वह अहमदाबाद में इंटरव्यू देने के लिए जा रहा था।सवा महीना हो गया है, लेकिन अभी भी वह वेंटिलेटर पर आक्सीजन की मदद से सांस ले रहा है। परिवार ने रेलवे पुलिस ढीली कार्रवाई पर भी रोष जताया।हम कई बार बयान लेने गए, लेकिन डाक्टर हर बार अनफिट बता रहे थे। अब तुषार ने हमें ईमेल पर बयान दिए हैं। केस दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी की फुटेज निकाली गई है। जल्द आरोपित पकड़े जाएंगे।
जतिंदर सिंह, एसएचओ जीआरपी