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Jammu Kashmir Police: ..बीट सिस्टम से अपराध पर मजबूत हुई पुलिस की पकड़

बीट में शामिल सदस्यों से समय-समय पर पुलिस सुपरिंटेंडेंट डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस और एसएचओ रैंक के अधिकारी बैठकें कर उनके कामकाज की समीक्षा करेंगे व जरूरी निर्देश देंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Updated: Tue, 14 Jan 2020 02:43 PM (IST)
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Jammu Kashmir Police: ..बीट सिस्टम से अपराध पर मजबूत हुई पुलिस की पकड़
जम्मू, दिनेश महाजन। जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनाने के साथ पुलिस विभाग के कामकाज में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। विभाग में बीट सिस्टम को पूर्ण रूप से लागू कर दिया गया है। बाकायदा पुलिस थानों में नई बीट बुक पहुंच गई है। पुलिस अधिकारी अब अपने थानाक्षेत्र में होने वाली प्रत्येक छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रख उसे बीट बुक में लिखित रूप में दर्ज करेंगे। थाना के अधीन आने वाले क्षेत्रों को छोटे हिस्सों में बांट कर उन क्षेत्रों में नजर रखने के लिए पुलिस कर्मी नियुक्त किए गए हैं। बीट में तैनात पुलिस कर्मियों का जिम्मा होता है कि वे अपने क्षेत्र में कौन-कौन सा गणमान्य व्यक्ति, डॉक्टर, नौकरशाह, आपराधिक छवि वाले लोग रह रहे हैं, उनकी जानकारी रखे। इसके अलावा धार्मिक स्थल, दवा विक्रेता, ऑटो स्टैंड चल रहे हैं, उसकी जानकारी रखें। इतना ही बीट में किस घर में किरायेदार रह रहे, वे कहां के रहने वाले हैं और क्या काम कर रहे हैं का पूरा रिकॉर्ड बीट कर्मियों को रखना जरूरी है।

बीट में शामिल सदस्यों से समय-समय पर पुलिस सुपरिंटेंडेंट, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस और एसएचओ रैंक के अधिकारी बैठकें कर उनके कामकाज की समीक्षा करने के साथ उन्हें जरूरी निर्देश देते हैं।

बीट बुक में हर गतिविधि का हिसाब : बीट में तैनात पुलिस अधिकारी को प्रत्येक जानकारी बिट बुक में लिखनी होती है। थाने को जितनी बीट में बांटा गया होता है, उसके हिसाब से बीट बुक रहती है। बुक में लिखी जाने वाली जानकारी के नीचे बीट अधिकारी अपने हस्ताक्षर और तिथि भी लिखता है, ताकि कब और किसने लिखी थी, इसका रिकॉर्ड रहे।

केस स्टडी : गांधी नगर पुलिस थाने के अधीन आने वाले क्षेत्र को पांच हिस्सों में बांटा गया है। इनमें शास्त्री नगर, नानक नगर, ए-डी ब्लॉक ग्रीन बेल्ट, नई बस्ती और गोल मार्केट शामिल है। प्रत्येक बीट की देखरेख सब इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी करता है। उसके साथ कांस्टेबल या एसपीओ तैनात रहते हैं। दिन भर वह अपनी बीट में घूम कर वहां होने वाली हर छोटी बड़ी घटना की जानकारी जुटाता है।

जम्मू जिले में 26 थाने : आरएसपुरा, अरनिया, मीरां साहिब, बिश्नाह, अखनूर, खौड़, घरोटा, दोमाना, कानाचक्क, नगरोटा, झज्जर कोटली, गांधी नगर, सतवारी जम्मू, गंग्याल, महिला गांधीनगर थाना, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, बाहु-फोर्ट, बाग-ए-बाहु, छन्नी हिम्मत, बख्शी नगर, नवाबाद, जानीपुर, सिटी पुलिस थाना, पक्का डंगा, पीर मीठा, बस स्टैंड।

  • जिस पुलिस थाने का बीट सिस्टम जितना मजबूत होगा, उस थाना प्रभारी को अपने क्षेत्र में काम करना आसान होता है। बीट बुक में क्षेत्र की हर छोटी से बड़ी जानकारी उपलब्ध रहती है। थाना स्तर पर पुलिस अधिकारियों को बीट बुक अपटेड करने की हिदायत दी गई है। इसकी जांच के लिए थाने में वह स्वयं औचक छापा भी मारते हैं। - विवेक गुप्ता, डीआइजी, जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज 
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