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Kashmir News: 'शांति भंग करने वालों पर होगी कार्रवाई', वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष बोलीं- सांप्रदायिक विभाजन की इजाजत कतई नहीं

कश्मीर में मौजूद असामाजिक तत्वों को चेतावनी देते हुए वक्फ बोर्ड (Waqf Board) की अध्यक्ष दरख्शां अंद्राबी (darakhshan Andrabi) ने कहा कि घाटी में यदि शांति को भंग करने का प्रयत्न किया जाएगा तो उक्त मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने वाली गतिविधि को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। इसकी इजाजत कतई नहीं है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 20 Jul 2024 02:46 PM (IST)
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जम्मू और कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष दरख्शां अंद्राबी (सोशल मीडिया)
पीटीआई, श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष दरख्शां अंद्राबी ने शुक्रवार को कहा कि घाटी में शांति भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। उन्होंने कमस खाते हुए कहा कि किसी को भी समाज में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

उनकी टिप्पणी शिया समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा शहर के डाउनटाउन इलाके में प्रसिद्ध सूफी संत मीर सैयद अली हमदानी की याद में निर्मित खानकाह-ए-मौला के सुन्नी श्रद्धेय मंदिर के अंदर शोक मनाने के बाद आई।

अंद्राबी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज खानकाह-ए-मौला में कुछ लोगों द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने की योजनाबद्ध कोशिश की गई।

'विभाजन पैदान करने की अनुमति नहीं'

उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड ने मामले का संज्ञान लिया है और कार्रवाई शुरू कर दी गई है। किसी को भी सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

श्रीनगर के पूर्व मेयर जुनैद अजीम मट्टू ने पहले इस घटना को उठाया था और कहा था कि यह अभूतपूर्व है और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है।

उन्होंने कहा कि मैं शिया-सुन्नी एकता का सबसे मुखर समर्थक हूं और हम सभी मुहीबान-ए-अहले-बैत पर गर्व करते हैं, लेकिन खानकाह-ए-मौला के अंदर अजादारी अभूतपूर्व है और संभावित रूप से सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकती है। 

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