Jammu News: उड़ता पंजाब की तरह उड़ता बिश्नाह चर्चा में, आए दिन नशे के ओवरडोज से हो रही मौतें
बिश्नाह क्षेत्र में नशे ने फिर दो युवाओं की जिंदगी छीन ली। मंगलवार को अलग-अलग गांवों से दो युवकों के शव बरामद हुए। शव के पास से ड्रग्स भरी और खाली सिरिंज भी मिली हैं। इससे पूरी आशंका है कि दोनों की मृत्यु नशे की ओवरडोज से हुई है।
संवाद सहयोगी, बिश्नाह: बिश्नाह क्षेत्र में नशे ने फिर दो युवाओं की जिंदगी लील ली। मंगलवार को अलग-अलग गांवों से दो युवकों के शव बरामद हुए। शव के पास से ड्रग्स भरी और खाली सिरिंज भी मिली हैं।
इससे पूरी आशंका है कि दोनों की मृत्यु नशे की ओवरडोज के कारण ही हुई है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल संदिग्ध स्थित में मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा कर उन्हें स्वजनों को सौंप दिया गया है।
नशे के दलदल में फस रहे युवक
बिश्नाह क्षेत्र के युवा तेजी से नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं। उड़ता पंजाब की तरह अब उड़ता बिश्नाह चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां आए दिन किसी न किसी गांव से नशे की ओवरडोज से युवकों की मृत्यु का दुखद समाचार प्राप्त होता ही रहता है।
मंगलवार की सुबह बिश्नाह क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों से दो युवाओं की नशे के ओवरडोज के कारण मौत हो गई। पुलिस ने उनके शवों को बरामद किया।
तालाब किनारे पड़े मिले शव
पहला शव बिश्नाह के गांव सिकंदरपुर में एक तालाब के किनारे पड़ा मिला। शव के पास तीन सिरिंज भी मिली हैं। इसलिए माना जा रहा है कि युवक ने अपनी नसों में नशे के इंजेक्शन लगाए थे। इस युवक की पहचान फ्लाएं मडाल के डुंडपुर मुखड़ा निवासी अभिषेक शर्मा के रूप में हुई है। वह बिजली विभाग का कर्मचारी था।
उसे अपने पिता की जगह पर नौकरी मिली थी। दूसरे युवक का शव चक बजीरु लसवाड़ा गांव के बीच खेत में मिला। उसकी मौत भी नशे की ओवरडोज की वजह से ही हुई। उसके पास से भी नशा करने के सबूत मिले हैं। इस युवक की पहचान बिश्नाह के चक बजीरु के राजेश के रूप में हुई है।
लोग से सहयोग की अपील
बिश्नाह थाना प्रभारी विक्रम शर्मा ने बताया कि दोनों शवों के पास से हमें ड्रग्स से भरी और खाली सिरिंज मिली हैं। इससे प्रथम दृष्टया दोनों की मौत नशे की ओवरडोज से होने का ही अंदेशा है। फिर भी मामले की जांच की जा रही है। उनके पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मृत्यु के सही कारण स्पष्ट हो जाएंगे।
इसके अलावा क्षेत्र के लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए पुलिस की ओर से समय-समय पर अभियान चालाया जाता है। लोग भी इसमें पुलिस का सहयोग करें।
हेरोइन तस्करी के लिए चर्चित है ये गांव
बिश्नाह का चक बजीरू गांव हेरोइन (चिट्टा) की तस्करी के लिए चर्चित है। यह गांव पुलिस की नजर पर है तो जरूरी, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। इस गांव में नाले के किनारे बसे कुछ लोग चिट्टा (हेरोइन) बेचते हैं। कई बार बिश्नाह पुलिस ने उनको पकड़ने के लिए दबिश भी दी, लेकिन खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
चिंता की बात यह है कि दो-तीन वर्ष में हेरोइन की लत के शिकार से क्षेत्र में करीब 20 युवक अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन फिर भी युवा इस नशे के शिकार बन रहे हैं। पुलिस हेरोइन बेचने वालों पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है।