Jammu: लद्दाख मैराथन पूरी, देश-विदेश के धावकों ने लिया हिस्सा; उपराज्यपाल ने दिए इनाम, पढ़ें कौन रहा विजेता
Jammu News चार दिवसीय लद्दाख मैराथन का आयोजन संपन्न हो गया। रविवार को सैकड़ों धावकों ने अपना जोश दिखाया। इसमें देश-विदेश के करीब 5800 धावकों ने हिस्सा लिया। लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा ने विजेता और उपविजेताओं में इनाम बांटे। उन्होंने कहा कि अगले साल से प्रदेश प्रशासन लद्दाख मैराथन को और भी बेहतर तरीके से आयोजित करने में अधिक सहयोग देगा।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 10 Sep 2023 09:33 PM (IST)
जम्मू, राज्य ब्यूरो: लेह में लद्दाख मैराथन के चौथे व अंतिम दिन रविवार को सैकड़ों धावकों ने 42 किलोमीटर मैराथन, 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन और 11.2 किलोमीटर की दौड़ में जोश दिखाया। इसमें 42 किलोमीटर की मैराथन नवांग सेरिंग ने दो घंटे 42 मिनट दो सेकेंड में जीत ली। हाफ मैराथन में हंसराज को पहला स्थान मिला। 11.2 किलोमीटर की दौड़ में पहले स्थान पर फुंत्सोग नामग्याल रहे।
चार दिवसीय लद्दाख मैराथन का आयोजन संपन्न
इसी के साथ चार दिवसीय लद्दाख मैराथन का आयोजन संपन्न हो गया। इसमें देश-विदेश के करीब 5800 धावकों ने हिस्सा लिया। लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा ने विजेता और उपविजेताओं में इनाम बांटे। उन्होंने कहा कि अगले साल से प्रदेश प्रशासन लद्दाख मैराथन को और भी बेहतर तरीके से आयोजित करने में अधिक सहयोग देगा।
लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव भी हुए शामिल
रविवार को 11.2 दौड़ने वालों में लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ताशी ग्यालसन भी शामिल थे। इस मौके पर लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव के साथ लद्दाख मेराथन का आयोजन करने वाले रीमो एक्पीडीशन के संस्थापक छिवांग मोटुप भी मौजूद थे। 42 किलोमीटर की मैराथन के विजेता नवांग सेरिंग ने 10 मिनट के अंतर से जिगमित नामग्याल को पछाड़ा है।ये रहे परिणाम
जिगमित ने दो घंटे 52 मिनट 58 सेकेंड में यह दौड़ पूरी की। तीसरा स्थान मंजूर हुसैन ने तीन घंटे 20 मिनट 35 सेकेंड के साथ हासिल किया। 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन में अनुराग कुंकर दूसरे और सिवांग नंदन तीसरे स्थान पर रहे। लड़कियों के इस वर्ग में स्टेंजिन चोंडोल पहले, स्टेंजिन डोलकर दूसरे व ताशी लाडोल तीसरे पर स्थान पर रही।
अल्ट्रा मैराथन के साथ शुरू हुआ था सिलसिला
लद्दाख मैराथन के तहत पांच दौड़ों का सिलसिला सात सितंबर को रेशम मार्ग अल्ट्रा मैराथन के साथ शुरू हुआ था। आठ सितंबर को 72 किलोमीटर की खरदुंग ला चैलेंज के बाद अंतिम दिन दौड़ों के तीन मुकाबले हुए। पहली दो दौड़ों में धावकों ने लद्दाख के चुनौतीपूर्ण हालात में समुद्र तल से 11 हजार फीट से लेकर 17,618 फीट की ऊंचाई के खरदुंग ला टाप को पार किया।धावकों ने पहले से भी अधिक उत्साह दिखाया
रीमो एक्पीडीशन के संस्थापक छिवांग मोटुप ने बताया कि चार दिवसीय लद्दाख मैराथन में इस बार धावकों ने पहले से भी अधिक उत्साह दिखाया। कम ऑक्सीजन वाले माहौल में धावकों को सांस लेने संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। धावक रेशम मार्ग अल्ट्रा मैराथन शुरू होने से दो दिन पहले नुब्रा पहुंच गए थे। उम्मीद है कि अगले साल इस दौड़ में इस भी अधिक धावक हिस्सा लेने के लिए लद्दाख आएंगे।
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