Move to Jagran APP

Jammu News: जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में इसरो केंद्र से रेडियो सोंडे का लॉन्च हुआ सफल, वायुमंडलीय अध्ययन को मिलेगी नई दिशा

जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थित इसरो केंद्र से रेडियो सोंडे का सफल प्रक्षेपण हुआ। यह प्रक्षेपण राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) इसरो और सीयूजे के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) का एक हिस्सा था। इस प्रक्षेपण से वैज्ञानिक हाइड्रोजन से भरे गुब्बारों का उपयोग करते हुए पृथ्वी की सतह से 12 किलोमीटर ऊपर से वायुमंडलीय दबाव तापमान हवा की दिशा और गति रिकॉर्ड कर सकते हैं

By Agency Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 29 May 2024 07:33 PM (IST)
Hero Image
जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थित इसरो केंद्र से रेडियो-सोंडे हुआ लॉन्च
पीटीआई, जम्मू। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय (Central University Jammu) ने बुधवार को वायुमंडलीय डेटा संग्रह के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण रेडियो-सोंडे (Radio-Sonde) को जम्मू -कश्मीर के सांबा जिले के इसरो केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च किया।

यह प्रक्षेपण राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी), इसरो (ISRO) और सीयूजे के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) का एक हिस्सा था। जिसका उद्देश्य वायुमंडलीय स्थितियों और जलवायु परिवर्तन की समझ को बढ़ाना है।

इस प्रक्षेपण से वैज्ञानिक हाइड्रोजन से भरे गुब्बारों का उपयोग करते हुए पृथ्वी की सतह से 12 किलोमीटर ऊपर से वायुमंडलीय दबाव, तापमान, हवा की दिशा और गति रिकॉर्ड कर सकते हैं और डेटा को रेडियो संकेतों के माध्यम से जमीन पर प्रेषित किया जाता है।

ये भी पढ़ें- Kupwara News: कुएं की सफाई कर रहे थे पांच लोग, फिर हुआ कुछ ऐसा कि दो की हो गई मौत; तीन अस्पताल में भर्ती

यह अंतरिक्ष विज्ञान में नवाचार का उदाहरण है- कुलपति

केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के कुलपति प्रोफेसर संजीव जैन ने कहा कि रेडियो-सोंडे का आज का सफल प्रक्षेपण अंतरिक्ष विज्ञान में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।

यह रेडियो-सोंडे प्रणाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ विजन के तहत इसरो द्वारा पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित की गई है। प्रो. जैन ने कहा कि यह पहल न केवल हमारी शोध क्षमताओं को मजबूत करेगी बल्कि हमारे संस्थान को वायुमंडलीय अध्ययनों में सबसे आगे रखेगी।

केंद्र के संयोजक प्रोफेसर विनय कुमार ने कहा कि केंद्र ने दोपहर में वेदर बलून लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि यह डेटा का एक अनूठा सेट प्रदान करेगा क्योंकि इस समय तक संवहन परत पूरी तरह से विकसित हो चुकी होगी।

जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने कही ये बात

विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र इस तरह की अग्रणी परियोजनाओं के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा और संसाधन प्रदान करने में सहायक रहा है।

उन्होंने कहा कि रेडियो-सोंडे के लॉन्च से अंतरिक्ष और वायुमंडलीय विज्ञान के क्षेत्र में भविष्य के शोध प्रयासों और सहयोग का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि रेडियो-सोंडे से एकत्र किए गए डेटा का विश्लेषण किया जाएगा और विभिन्न शोध परियोजनाओं के लिए उपयोग किया जाएगा। जो अंतरिक्ष विज्ञान के व्यापक क्षेत्र में योगदान देगा।

ये भी पढ़ें- 'क्या आप जम्हूरियत का जनाजा निकालना चाहते हैं', महबूबा मुफ्ती पर हुई FIR तो भड़कीं बेटी इल्तिजा; EC पर लगाए ये आरोप

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।