जम्मू तवी रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट से स्मार्ट सिटी को लगेंगे पंख, फरवरी अंत रखा जाएगा नींव पत्थर
जम्मू स्मार्ट सिटी के डिप्टी सीईओ हितेश गुप्ता का कहना है कि तवी रिवर फ्रंट को शुरू करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकार ने इसके लिए 210 करोड़ रुपये की राशि भी मंजूर की है। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Wed, 09 Feb 2022 11:50 AM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता : तवी नदी के किनारों के साबरमती की तर्ज पर विकसित होने से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को भी निखार मिलेगा। तवी नदी के किनारों का सौंदर्यीकरण हर किसी को आकर्षिित करेगा और यह जम्मू शहर का सबसे लुभावना नजारा बन जाएगा। फरवरी माह के आखिरी सप्ताह में तवी रिवर फ्रंट का नींव पत्थर रखने की तैयारी की जा रही है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के हाथों इसका शिलान्यास हो सकता है।
अब जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड तवी रिवर फ्रंट को विकसित करने जा रहा है। पहले यह प्रोजेक्ट जम्मू विकास प्राधिकरण के पास था लेकिन फंड्स के अभाव में यह प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ पाया था। स्मार्ट सिटी लिमिटेड की चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर अवनी लवासा ने 20 जनवरी 2022 को ही दिल्ली की कंपनी को इस काम का ठेका सौंपा हैं। 20 जनवरी को स्मार्ट सिटी लिमिटेड और श्रीबालाजी इंगिकान्स लिमिटेड के बीच समझौता पत्र साइन किया गया।
पहले यह प्रोजेक्ट जम्मू डेवलपमेंट अथारिटी के पास था। पहले चरण में चार किलोमीटर में काम करवाने के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। मगर काम करने वाली कंपनियों ने काम करने से मना कर दिया था। साल 2018 में विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट फाइनल हुई थी। अब वर्ष 2021 में इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी के अधीन लाया गया।
तवी के दोनों किनारों पर फ्रंट का निर्माण होगा। दोनों ओर होटल और रेस्टोरेंट भी बनाए जाएंगे। यह सब तवी नदी में कृत्रिम झील बनने के साथ पूरा होगा। जम्मू स्मार्ट सिटी के डिप्टी सीईओ हितेश गुप्ता का कहना है कि तवी रिवर फ्रंट को शुरू करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकार ने इसके लिए 210 करोड़ रुपये की राशि भी मंजूर की है। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा।
सात किमी में होगा निर्माण : मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने श्रीनगर में तवी रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की समीक्षा के लिए एक बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव को बताया गया कि 187 करोड़ रुपये की लागत से सात किमी लंबे प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा। पहले चरण में सबसे पहले भगवती नगर बैराज से बिक्रम चौक पुल तक का काम किया जाएगा। प्रोजेक्ट का समय 18 महीने से कम कर 12 महीने का दिया गया है। अब यह दिसंबर 2022 तक इस काम को पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के चीफ इंजीनियर को निर्देश दिए कि वह रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत भगवती नगर बैराज के काम को वर्ष 2022 में मानसून से पहले पूरा करें।
दो चरणों में पूरा होगा काम : इस प्रोजेक्ट को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 3.5 किमी (दोनों तरफ) पूरा किया जाएगा। इसमें चौथे पुल से तवी पुल बिक्रम चौक तक और दूसरे चरण में तवी ब्रिज बिक्रम चौक से गुज्जर नगर पुल तक काम होगा।यह रहेगा खास : नदी के दोनों किनारों पर रास्तों का निर्माण किया जाएगा। तवी नदी किनारों पर सुरक्षा दीवार, सैरगाह, रिटेनिंग वाल और तटबंध बनाए जाएंगे। नदी के बीच में कृत्रिम झील बनेगी। इसके अलावा किनारों को फूलों से सजाया जाना है। होटल, रेस्टारेंट, वाकवे के अलावा अन्य सुविधाएं भी दी जानी है।
क्या कहते हैं अधिकारी :
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- तवी रिवर फ्रंट का कंट्रेक्ट 20 जनवरी को किया गया। इसके बाद ठेकेदार को एक महीने का समय दिया जाता है ताकि वह अपनी औपचारिकताएं पूरी कर लें। इसमें वह श्रमिक, मशीनरी, रख-रखाव समेत अन्य चीजों का प्रबंध करता है। इसके बाद फरवरी अंत या मार्च शुरूआत में तवी रिवर फ्रंट का नींव पत्थर रखा जाएगा। विधिवत शिलान्यास करने के बाद काम शुरू होगा। फिलहाल कंट्रेक्ट लेने वाली कंपनी अपनी प्रक्रिया में जुटी हुई है। फ्रंट बनने से शहर की पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। एक लुभावना दृश्य दिखेगा। - हितेश गुप्ता, डिप्टी सीईओ, जमू स्मार्ट सिटी लिमिटेड