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Jammu Terror Attack: सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ के लिए 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया, जुटाए साक्ष्य

पुंछ में गुरुवार को सैन्य वाहनों पर हुए आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को सेना पुलिस व अन्य सुरक्षाबलों का हमलावर आतंकियों की तलाश में व्यापक अभियान जारी रहा। जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने संदेह के आधार पर वारदात स्थल के आसपास से 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

By Jagran News Edited By: Paras PandeyUpdated: Sat, 23 Dec 2023 05:00 AM (IST)
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घटना के बाद शुक्रवार को डेरी की गली जंगल में तलाशी

जागरण संवाददाता, राजौरी। पुंछ में गुरुवार को सैन्य वाहनों पर हुए आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को सेना, पुलिस व अन्य सुरक्षाबलों का हमलावर आतंकियों की तलाश में व्यापक अभियान जारी रहा। जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है।

सुरक्षा एजेंसियों ने संदेह के आधार पर वारदात स्थल के आसपास से 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस बीच, एनआइए की टीम मौके पर पहुंची और उसने सुबूत जुटाने के साथ जांच शुरू कर दी। हालांकि अभी एनआइए को औपचारिक रूप से हमले की जांच का जिम्मा नहीं सौंपा गया है। 

आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबल जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाल रहे 

सेना की 16वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वैन ने पुंछ में सैन्य व पुलिस अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया। बता दें, गुरुवार को बफ्लियाज के टोपा पीर क्षेत्र में आतंकियों ने गश्त पर निकले सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया था। इसमें चार जवान बलिदान व तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। 

घटना के बाद शुक्रवार को डेरी की गली जंगल में तलाशी 

हमले के बाद आतंकी डेरा की गली-बफ्लियाज मार्ग पर घने जंगल में भाग निकले थे। बताया जा रहा है कि दो जवानों के पार्थिव शरीर क्षत-विक्षत भी हुए हैं, हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच, शुक्रवार को एसपी रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में एनआइए की टीम टोपा पीर क्षेत्र में पहुंची। टीम ने साक्ष्य जुटाने के बाद सेना व पुलिस के अधिकारियों के साथ इस हमले को लेकर चर्चा भी की। देर शाम टीम घटनास्थल से निकल कर सुरनकोट पहुंची।

चापर, ड्रोन, कमांडो व खोजी श्वान उतारे आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना ने चापर और ड्रोन की मदद लेने के साथ खोजी श्वान भी उतार दिए हैं। पैरा कमांडो को भी इस अभियान में शामिल कर लिया गया है। हालांकि शुक्रवार देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिली थी।

बता दें कि डेरा की गली और बफ्लियाज का जंगल काफी घना है और 10 से 12 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इसके अंदर दाखिल होकर तलाशी लेने में कुछ दिनों का समय भी लग सकता है। फिलहाल, सेना ने जंगल को चारों तरफ से घेर रखा है, ताकि आतंकी भाग न पाएं। 

www.jagran.com/videos/news/poonch-terrorist-attack-indian-army-encounter-3-30002.html

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