Jammu Weather Update: रातभर झमाझम बारिश के बाद सुहावना रहा मौसम, अगले पांच दिनों तक छाए रहेंगे बादल
पिछले कुछ दिनों से जारी उमस भरी गर्मी और चिलचिलाती गर्मी से बेहाल लोगों के लिए वीरवार की सुबह किसी सपने से कम नहीं थी। रात भर की बारिश के बाद सुबह मौसम सुहावना रहा। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर से मिली जानकारी अनुसार फिलहाल बड़ी बारिश के आसार तो नहीं हैं लेकिन अगले पांच दिनों तक बीच-बीच में बारिश के आसार बने रहेंगे।
जम्मू, जागरण संवाददाता। पिछले कुछ दिनों से जारी उमस भरी गर्मी और चिलचिलाती गर्मी से बेहाल लोगों के लिए वीरवार की सुबह किसी सपने से कम नहीं थी। रात भर की बारिश के बाद जब सुबह हुई तो जम्मू का मौसम ठंडे पहाड़ी इलाके पर्यटन स्थल पटनी टॉप जैसा बना हुआ था। आसमान पर छाए बादलों के बीच हल्की फुहार और ठंडी-ठंडी हवा से मौसम सुहावना बना हुआ था।
अगले पांच दिनों तक बीच-बीच में बारिश की संभावना
करीब नौ बजे से सूर्यदेव के दर्शन हुए तो मौसम के मिजाज फिर से बरसात की चुभने वाली गर्मी का अहसास होने लगा। मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर से मिली जानकारी अनुसार फिलहाल बड़ी बारिश के आसार तो नहीं हैं, लेकिन अगले पांच दिनों तक बीच-बीच में बारिश के आसार बने रहेंगे। रात को हुई झमाझम बारिश से रात का मौसम राहत भरा रहा।
निचले क्षेत्रों में जमा हुआ पानी
झमाझम बारिश के चलते शहर के निचले क्षेत्रों में पानी जमा हो गया। जिसके चलते सड़कों पर से निकलना भी मुश्किल हो गया। हालत यह थी कि शहर के फलाइ ओवर पर भी कई जगह इतना पानी जमा हो गया था कि वहां से दो पहिया गाड़ियों का गुजरना मुश्किल हो रहा था।बारिश से अगर कोई कम गीला हुआ था तो सड़कों पर जमा पानी से जब कोई गाड़ी गुजर रही थी तो साथ में चल रहे सड़क पर वाहन पूरी तरह से नहलाकर निकल रहे थे।
सड़कों पर जमा रहा पानी
शहर के नहर, कृष्णा नगर, भगवती नगर, तालाब तिल्लो, डोगरा चौक गांधीनगर लास्ट मोड आर दूसरे कई क्षेत्रों में काफी पानी जमा रहा। बारिश थमने के काफी देर तक सड़कों पर पानी जमा रहा। दिन भर मौसम शुष्क रहने के बाद रात सात बजे से ही बादल मंडराने लगे थे। आठ बजे के करीब बादल और घने हुए। आठ से नौ बजे के बीच कहीं बारिश थी तो कहीं सूखा। किसी एक मौहल्ले में तेज बारिश हो रही थी तो कहीं हल्की फुहार हो रही थी। नौ बजे के करीब हुई तेज बारिश ने पूरे शहर और आसपास के क्षेत्रों को तरबतर कर दिया।यह बारिश बारिया रात भर रुक-रूक कर जारी रही।