Move to Jagran APP

Rubaiya Sayeed Kidnapping Case: यासीन मलिक टाडा कोर्ट में वर्चुअली पेश हुआ, अब 24 नवंबर को होगी अगली सुनवाई

मुख्य अभियोजक एवं सीबीआइ की वकील मोनिका कोहली के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेकेएलएफ के चीफ यासीन मलिक के कहीं भी आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया था। चूंकि आज अदालत में वर्ष 1989 में रूबिया सईद अपहरण मामले की यासीन मलिक को पेश होना था।

By Vikas AbrolEdited By: Updated: Thu, 20 Oct 2022 04:13 PM (IST)
Hero Image
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के चीफ यासीन मलिक।
जम्मू, जेएनएन। तिहाड़ की जेल में सजा काट रहे जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के चीफ यासीन मलिक आज यानी वीरवार को जम्मू में स्थित विशेष अदालत के समक्ष वर्चुअल तौर पर पेश हुए। यासीन मलिक, रूबिया अपहरण मामले के मुख्य आरोपित हैं।

मुख्य अभियोजक एवं सीबीआइ की वकील मोनिका कोहली के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेकेएलएफ के चीफ यासीन मलिक के कहीं भी आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया था। चूंकि आज अदालत में वर्ष 1989 में रूबिया सईद अपहरण मामले की यासीन मलिक को पेश होना था लेकिन गृह मंत्रालय द्वारा प्रतिबंध लगाने के कारण वर्चुअल तरीके से यासीन मलिक सुनवाई के लिए पेश हुए। रूबिया ने आज कोर्ट में पेश नहीं होने के लिए छूट की अर्जी दी थी, इसको कोर्ट ने स्वीकारा जिसकी वजह से रूबिया के कोर्ट में पेश नही होने की स्थिति में अब मामले की अगली सुनवाई 24 नवंबर को निर्धारित की गई है।

यहां यह बता दें कि गत मई महीने के अंतिम सप्ताह में पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद को सीबीआइ कोर्ट ने समन भेजा था। उन्हें वर्ष 1989 में उनके अपहरण से जुड़े एक मामले में 15 जुलाई को पेश होने के लिए समन जारी किया गया था। ऐसा पहली बार हुआ जब रूबिया सईद को मामले में पेश होने के लिए कहा गया। रूबिया अपहरण मामले में यासीन मलिक आरोपी हैं। यासीन मलिक को करीब छह महीने पहले ही आतंकी फंडिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।