फिल्म शिकारा पर रोक के लिए याचिका दायर, कहा- फिल्म रिलीज हुई तो पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ेगा
जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में याचिका पत्रकार माजिद हैदरी इफ्तिखार मिसगर और एडवोकेट इरफान हाफिज लोन ने दायर की है।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Tue, 04 Feb 2020 05:11 PM (IST)
श्रीनगर, राज्य ब्यूराे। विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शिकारा को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। अब कश्मीरी मुस्लिमों ने भी इसका विरोध शुरु कर दिया है। घाटी के तीन लोगों ने फिल्म पर रोक लगाने की मांग करते हुए उच्च न्यायालय में एक याचिका भी दायर कर दी है।
जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में याचिका पत्रकार माजिद हैदरी, इफ्तिखार मिसगर और एडवोकेट इरफान हाफिज लोन ने दायर की है। उन्होंने अदालत से फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने का आग्रह करते हुए कहा है कि शिकारा फिल्म में स्थानीय कश्मीरी मुस्लिम समुदाय की छवि को बिगाड़ने का प्रयास किया गया है। इससे स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, इसलिए इस पर रोक लगायी जाए।उन्होंने अपनी याचिका में दावा किया है कि जिस तरीके से फिल्म में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों और कश्मीरी मुस्लिमों को दिखाया गया है, उससे पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है, इसलिए इस पर राेक लगायी जाए।
दरअसल विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शिकारा कश्मीर से पलायन करने को मजबूर हुए कश्मीरी पंडितों पर आधारित है। फिल्म की कहानी कश्मीर में रहने वाले एक जोड़े की प्रेम कथा पर आधारित है। परंतु फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद फिल्म का विरोध शुरू हो गया। यही नहीं फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे आदिल खान और सादिया भी विवादों के घेरे में आ गए हैं।
फिल्म को कश्मीर के वास्तविक स्थानों पर शूट किया गया है जिसमें 4000 से अधिक वास्तविक कश्मीरी पंडित हैं जो पलायन के आतंक का सामना करते हैं। हालांकि फिल्म निर्माताआें की आेर से इन कानूनी कार्रवाई पर कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है।
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