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Kathua Encounter: बारिश में भी नहीं रुके जवानों के कदम, घने जंगलों और पहाड़ों में तलाशी अभियान जारी; हिरासत में कई लोग

कठुआ आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल जम्मू संभाग के इलाकों में तलाशी अभियान में जुटे हैं। भारी बारिश में भी जवान पूरी मुस्तैदी से क्षेत्रों का चप्पा-चप्पा खंगाल रहे हैं। इस मामले में 24 लोग हिरासत में भी लिए गए हैं। कठुआ में सोमवार को हुए आतंकी हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे। वहीं कई जवान घायल भी हुए।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 10 Jul 2024 07:56 PM (IST)
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कठुआ एनकाउंटर: आतंकियों की तलाश में जुटे जवान (जागरण फोटो)
पीटीआई, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के कठुआ हमले के मामले में आतंकियों की तलाश में जुटे सुरक्षाकर्मियों ने कम से कम 24 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

अधिकारियों ने बताया कि कठुआ के अलावा चार जिलों के घने जंगलों में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश के बीच भी सेना और पुलिस द्वारा तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि यह अभियान तीन अलग-अलग इलाकों कठुआ, उधमपुर और भद्रवाह से शुरू किया गया है।

24 लोग लिए गए हिरासत में

उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने घात लगाकर किए गए हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए 24 लोगों को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ जारी है।

वहीं, दूसरी ओर डोडा जिले के ऊंचे इलाकों में एक और तलाशी अभियान चल रहा है, जहां कठुआ में घात लगाकर किए गए हमले के एक दिन बाद मंगलवार शाम को आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हुई थी।

अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर, सांबा, राजौरी और पुंछ जिलों के विभिन्न हिस्सों में घने जंगलों में सेना और पुलिस के जवान भी तैनात हैं।

उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह सांबा के लाला चक इलाके, राजौरी के मंजाकोट इलाके और पुंछ के सुरनकोट में भी नए सिरे से तलाशी अभियान शुरू किया गया।

आठ तारीख को हुआ था हमला

सोमवार को आतंकवादियों ने कठुआ जिला मुख्यालय से करीब 150 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार के बदनोटा गांव के पास माचेडी-किंडली-मल्हार पहाड़ी मार्ग पर गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें सेना के पांच जवान मारे गए और इतने ही घायल हो गए।

अभियान को लेकर अधिकारियों ने बताया कि भद्रवाह की तरफ से सुरक्षाकर्मी इलाके की चुनौतीपूर्ण स्थलाकृति, घने पेड़ों और प्राकृतिक गुफाओं के कारण सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि सेना के विशेष बल 'पैरा' इकाई के कर्मियों को भी संदिग्ध क्षेत्रों में सर्जिकल ऑपरेशन करने के लिए तैनात किया गया है।

मेटल डिटेक्टरों का किया जा रहा उपयोग

अधिकारियों ने बताया कि तलाशी दलों को हेलीकॉप्टर और यूएवी निगरानी का समर्थन मिल रहा है। इसके अलावा, खोजी कुत्तों को तैनात किया गया है और क्षेत्र के विशेष रूप से घने वन क्षेत्रों में मेटल डिटेक्टरों का उपयोग किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम ने घात लगाकर हमला करने वाले स्थान का दौरा किया है और वह जांच में पुलिस की सहायता कर रही है।

डोडा तलाशी अभियान पर, अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और सेना के जवान गढ़ी भगवा वन क्षेत्र की तलाशी कर रहे हैं, जो डोडा शहर से लगभग 35 किलोमीटर पूर्व में है और किश्तवाड़ जिले की सीमा पर है।

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