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जानिए क्यों Mehbooba Mufti ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर साधा निशाना, कही भारतीय संविधान के बारे में यह बात

महबूबा मुफ्ती ने इंटरनेट मीडिया पर उस दिन ट्वीट किया जब द्रौपदी मुर्मु ने आज यानि सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की है। महबूबा ने ट्वीट किया कि चाहे अनुच्छेद 370 की बात हो या फिर नागरिकता कानून की।

By Vikas AbrolEdited By: Updated: Mon, 25 Jul 2022 04:29 PM (IST)
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पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती।
जम्मू, जेएनएन। पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर निशाना साधते हुए कहा कि निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को कई बार कुचला गया है।

महबूबा मुफ्ती ने इंटरनेट मीडिया पर उस दिन ट्वीट किया जब द्रौपदी मुर्मु ने आज यानि सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की है। महबूबा ने ट्वीट किया कि चाहे अनुच्छेद 370 की बात हो या फिर नागरिकता कानून की। अल्पसंख्यकों या दलितों को निशाना बनाने की बात हो, उन्होंने भारतीय संविधान के नाम पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को ही पूरा किया है।

यहां यह बता दें कि आज द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली है। वह देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति मुर्मु को मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि मुझे लोकतंत्र की ताकत ने यहां तक पहुंचाया है। देश के गरीब आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग मुझमें अपना प्रतिबिंब देख सकते हैं।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने महबूबा मुफ्ती की पूर्व राष्ट्रपति के प्रति टिप्पणी को आपत्तिजनक करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह इतना नीचे गिर सकती हैं, यह नहीं सोचा था। आप सरकार की निंदा कर सकती हैं, आप प्रधानमंत्री की आलोचना कर सकती हैं,लेकिन राष्ट्रपति के लिए इस तरह की बातें नहीं की जानी चाहिए और वह भी उस समय जब वह अपना पद छोड़ रहे हों।

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग हो, अदालत हो हरेक पर सवाल उठाना महबूबा मुफ्ती की आदत बन चुकी है। वह कश्मीर और कश्मीरियों को बरबाद करने वाले पाकिस्तान, आतंकियों और अलगाववादियों पर चुप रहती हैं, उन पर भी कुछ बोलें। वह जिस एजेंडे को लेकर राजनीति करती रहीं है, उसे लाेगों ने नकार दिया है।

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