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Ladakh Nomadic Festival 2024: 50 गांव के कलाकारों ने दिखाई लोक संस्कृति की झलक, देखिए ये खूबसूरत तस्वीरें

लद्दाख के चिबरा करग्याम चांगथांग में दो दिवसीय खानाबदोश महोत्सव (Ladakh Nomadic Festival 2024) में 50 गांव के एक हजार से ज्यादा कलाकारों ने भाग लिया। इस लद्दाख घुमंतू महोत्सव में कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। साथ ही अपनी संस्कृति के बारे में अवगत कराया। वहीं मठवासी मुखौटा नृत्य स्थानीय त्योहारों का उत्सव जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए।

By Deepak Saxena Edited By: Deepak Saxena Updated: Tue, 30 Jul 2024 03:13 PM (IST)
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50 गांव के कलाकारों ने दिखाई लोक संस्कृति की झलक।

डिजिटल डेस्क, लेह। चिबरा, करग्याम चांगथांग में दो दिवसीय खानाबदोश महोत्सव का चौथा संस्करण आज संपन्न हुआ। यह महोत्सव सांस्कृतिक अकादमी द्वारा एलएएचडीसी लेह के सहयोग से आयोजित किया गया था, इस कार्यक्रम में खाद्य स्टालों, पारंपरिक परिधानों, हस्तशिल्प और घुड़दौड़ जैसे रोमांचक कार्यक्रमों सहित कई आकर्षण शामिल थे।

चांगथांग के 50 गांवों के 1000 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी संस्कृति के बारे में और उसकी विविधता का प्रदर्शन किया।

महोत्सव की शुरुआत से पहले मठ के भिक्षुओं ने वातावरण को पवित्र करने के लिए पूजा अर्चना की।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आरडीडी के कार्यकारी पार्षद ताशी नामग्याल याक्जी ने भाग लिया।

कार्यकारी पार्षद ताशी नामग्याल याक्जी ने कहा कि याक्जी ने खानाबदोश समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने में सांस्कृतिक अकादमी, यूटी प्रशासन और एलएएचडीसी लेह के सहयोगी प्रयासों पर जोर दिया।

यक्जी ने पश्मीना लद्दाख लीना के लिए जीआई टैग जैसे मील के पत्थर को स्वीकार किया और भेड़पालन विभाग के कायाकल्प पर भी बात की।

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महोत्सव में विशेष आकर्षणों में हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों के साथ खानाबदोश बाजार, खानाबदोश व्यंजन, एक खानाबदोश संग्रहालय, तीरंदाजी और घुड़दौड़ जैसे पारंपरिक खेल, मठवासी मुखौटा नृत्य, स्थानीय त्योहारों का उत्सव जैसी गतिविधियां शामिल थीं।

उत्सव के दौरान चांगथांग क्षेत्र के जीवंत पारंपरिक सांस्कृतिक प्रदर्शन भी प्रमुखता से दिखाए गए।

कार्यक्रम में पर्यटन विभाग के प्रशासनिक सचिव विक्रम सिंह मलिक, चुशूल के पार्षद कोंचोक स्टैनजिन, न्योमा के पार्षद इशे स्पालज़ैंग, मनोनीत पार्षद वेन कोंचोक त्सेपेल और ग्राम प्रधानों के नंबरदार भी उपस्थित थे।

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