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Ladakh Marathon 2023: विश्व की सबसे ऊंची मैराथन में आज दौड़ेंगे देश-विदेश के धावक, दिलचस्प होगा मुकाबला

चार दिवसीय मैराथन के पहले दिन सात सितंबर को दौड़ शाम सात बजे 10700 फीट की ऊंचाई पर स्थित नुब्रा के क्यागर गांव से शुरू होगी। यह दौड़ लेह में शुक्रवार सुबह पांच बजे संपन्न होगी। धावकों में कई बार यह मैराथन जीतने वाले सेना की लद्दाख स्काउट्स के शब्बीर हुसैन भी शामिल हैं। वह पिछले बार अल्ट्रा मैराथन के उपविजेता रहे थे।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Thu, 07 Sep 2023 05:00 AM (IST)
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लद्दाख में विश्व की सबसे ऊंची मैराथन में आज दौड़ेंगे देश-विदेश के धावक (प्रतीकात्मक फोटो)
राज्य ब्यूरो, जम्मू: देश-विदेश के करीब 5800 धावक लद्दाख में दमखम दिखाने को तैयार हैं। पहले दिन गुरुवार को 47 धावक 122 किलोमीटर लंबी रेशम मार्ग अल्ट्रा मैराथान में 17,618 फीट पर विश्व के सबसे ऊंचे खरदुंग ला टाप को पार करेंगे। धावकों को नुब्रा से लेह तक की दौड़ को 22 घंटे के अंदर पूरा करना होगा।

दौड़ की मुख्य चुनौती सामान्य से 50 प्रतिशत कम आक्सीजन वाला माहौल होगा। मैराथन में हिस्सा लेने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों के साथ आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, बेल्जियम, आस्ट्रिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, फ्रांस, ग्रीस, जार्डन, मलेशिया, पुर्तगाल, स्पेन, साउथ कोरिया, युनाइटेड किंगडम, युनाइटेड स्टेटस व वियतनाम के धावक पहुंचे हैं।

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चार दिवसीय मैराथन के पहले दिन सात सितंबर को दौड़ शाम सात बजे 10,700 फीट की ऊंचाई पर स्थित नुब्रा के क्यागर गांव से शुरू होगी। यह दौड़ लेह में शुक्रवार सुबह पांच बजे संपन्न होगी। धावकों में कई बार यह मैराथन जीतने वाले सेना की लद्दाख स्काउट्स के शब्बीर हुसैन भी शामिल हैं।

वह पिछले बार अल्ट्रा मैराथन के उपविजेता रहे थे। इस बीच, बुधवार को नुब्रा में रेशम मार्ग अल्ट्रा मैराथन के धावकों को टैग दिए गए। इस दौड़ के लिए देश-विदेश के 51 धावकों ने पंजीकरण करवाया था, जबकि इसमें हिस्सा लेने के लिए 47 नुब्रा पहुंचे हैं।

आयोजकों की ओर से उन्हें इस दौड़ की चुनौतियों के बारे में जानकारी दी गई। दौड़ बहुत कठिन होगी और इसे सात चरण में पूरा करने के लिए भी समय सीमा तय की गई है।

ऐसे में तय समय में किसी चरण में दौड़ पूरी न करने की स्थिति में धावक को अयोग्य करार दिया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, इस दौड़ के विजेता को 80 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। वहीं, दूसरे नंबर पर रहने वाले धावक को 50 हजार व तीसरे नंबर पर रहने वाले धावक को 30 हजार रुपये का इनाम मिलेगा।

बेहद कठिन दौड़ के साथ अन्य आयोजन भी

लद्दाख मैराथन का आयोजन करने वाली रीमो एक्सीपीडीशन के संस्थापक छिवांग मोटुप ने दैनिक जागरण को बताया कि विश्व की सबसे ऊंची यह दौड़ बहुत कठिन है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष रेशम मार्ग अल्ट्रा मैराथन में 60 धावकों ने भाग्य आजमाया था।

इनमें से 21 धावक ही तय समय सीमा में दौड़ पूरा कर पाए थे। इनमें से 12 लद्दाख के स्थानीय धावक थे, जबकि नौ देश-विदेश से थे। इस बार मैराथन में 47 धावक हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शुरू होने वाली एक अन्य 72 किलोमीटर की खरदुंग ला चैलेंज दौड़ में रिकार्ड 261 धावक हिस्सा ले रहे हैं।

नौ सितंबर को पांच किलोमीटर रन फार फन होगा। अंतिम दिन 10 सितंबर को 42 किलोमीटर मैराथन, 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन के साथ 11.2 किलोमीटर की दौड़ होगी।

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