Jammu News: भूमाफिया ने हड़पी विस्थापितों की 28 एकड़ भूमि, फर्जी कागजात बनाकर महंगे दामों में बेचा
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू में शुक्रवार को एक ही दिन में 16 जगहों पर दबिश देकर बड़े भूमि घोटाले का पर्दाफाश किया है। गुलाम जम्मू कश्मीर विस्थापितों को अलॉट की कस्टोडियन विभाग की 28 एकड़ (224 कनाल) भूमि को भूमाफिया ने कुछ सरकारी अधिकारियों और कर्मियों की मिलीभगत से हड़प लिया। एसीबी ने पांच प्राथमिकी दर्ज की हैं।
जागरण संवाददाता, जम्मू। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने जम्मू में शुक्रवार को एक ही दिन में 16 जगहों पर दबिश देकर बड़े भूमि घोटाले का पर्दाफाश किया है। जम्मू कश्मीर विस्थापितों को अलॉट की कस्टोडियन विभाग की 28 एकड़ (224 कनाल) भूमि को भूमाफिया ने कुछ सरकारी अधिकारियों और कर्मियों की मिलीभगत से हड़प लिया।
भूमि के फर्जी इंतकाल तक बनाकर इसे आगे महंगे दाम पर बेचा गया। आरोपितों में राजस्व, कस्टोडियन विभाग व पुलिस के मौजूदा व सेवानिवृत्त अधिकारी व कर्मी भी शामिल हैं। एसीबी ने पांच प्राथमिकी दर्ज की हैं। इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एसीबी के डीआइजी विकास गुप्ता ने बताया कि उक्त भूमि वर्ष 1955-56 में जम्मू कश्मीर से आए कुछ विस्थापितों को जीवन यापन के लिए अलाट की थी। ब्यूरो को सूचना मिली थी कि असरवन, मिश्रीवाला व भलवाल इलाके में कुछ गुंडातत्व और भूमाफिया राजस्व विभाग और पुलिस के अधिकारियों के साथ सैकड़ों कनाल भूमि को हड़प चुके हैं।
कम दामों में भूमाफिया ने जमीनें हड़प ली
भूमाफिया ने विस्थापितों को झांसा देकर उन्हें और भूमि दिलवाने के नाम पर उनसे अटार्नी अपने नाम लिखवा ली। कुछ विस्थापितों को पांच हजार से 50 हजार रुपये देकर भूमाफिया ने जमीनें हड़प ली। बाद में राजस्व विभाग और कस्टोडियन विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के साथ मिलीभगत कर उसे आगे बेच दिया।
जांच में करीब 224 कनाल भूमि हड़पने का पता चला है। एसीबी ने पांच अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। शुक्रवार को आरोपितों के 16 ठिकानों पर एसीबी की टीमों ने एक साथ दबिश दी। कई महत्वपूर्ण सुराग मिले। दबिश के दौरान एसीबी के साथ मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे।
अधिकारियों की मिलीभगत सामने आएगी
एसीबी का कहना अभी जांच जारी है। इन मामलों में जल्द गिरफ्तारियां की जाएंगी। आरोपितों में तहसीलदार, नायब तहसीलदार व पटवारी भी शामिल हैं। भूमाफिया के साथ उन कर्मियों और अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा जिनकी इस मामले में मिलीभगत सामने आएगी।