जम्मू विश्वविद्यालय में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया संबोधित, 'सहकारिता' को लेकर की ये बातें
मंगलवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू विश्वविद्यालय के ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में 70 वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर के गांव के विकास में सहकारिता एवं भूमिका निभा सकता है। सहकारिता से गांव के सामाजिक आर्थिक विकास को शक्ति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के इतिहास में पहली बार जम्मू कश्मीर को याद किया जाएगा।
By Shoyeb AhmedEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Tue, 14 Nov 2023 04:47 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (LG Manoj Sinha) ने आज यानी मंगलवार को जम्मू विश्वविद्यालय (Jammu University) के ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में 70 वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया।
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर के गांव के विकास में सहकारिता एवं भूमिका निभा सकता है। सहकारिता से गांव के सामाजिक आर्थिक विकास को शक्ति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के इतिहास में पहली बार जम्मू कश्मीर में इस साल 2023 में इतिहास को बराबर याद किया जाएगा। क्योंकि बड़ी संख्या में विकास प्रोजेक्ट का उद्घाटन हुआ है और कई का शिलान्यास रखा गया है।
राष्ट्र को विकसित बनाने में सहकारिता मूवमेंट की होगी अहम भूमिका
उपराज्यपाल ने आगे कहा कि साल 2047 में राष्ट्र को विकसित बनाने में सहकारिता मूवमेंट की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि सहकारिता हमारे संस्कार में है और हमनें मिलजुल कर आगे बढ़कर जम्मू कश्मीर के विकास के लिए अहम भूमिका निभाई है। लड़के के सहकारिता के क्षेत्र वाले बैंकों को सशक्त होना चाहिए।ये भी पढ़ें- देहरादून पहुंचे लद्दाख की आर्यन घाटी के बच्चे, आइएम-आरआइएमसी का किया दौरा; राज्यपाल से भी की मुलाकात
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर की पृष्ठभूमि को देखें तो पता चलता है कि हमें खुशहाली व शांति को लोगों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने थे और सुरक्षा भी एक चुनौती थी। सहकारिता से ही समाज की तरक्की हो सकती है और सहयोग के बिना तो जीवन भी मुश्किल हो जाता है। हम सबको मिलकर सहकारी समितियां को सशक्त बनाना चाहिए।