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Jammu News: 'जम्मू कश्मीर में 22 और 26 जनवरी को चौकस रहें सुरक्षाबल', उपराज्यपाल ने शांति-सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए दिए निर्देश

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि 22 और 26 जनवरी के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरतने और प्रदेश में शांति व सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए प्रभावी पग उठाने को कहा। क्योंकि दोनों अहम दिनों पर आतंकी बड़ी वारदात का षड्यंत्र रच सकते हैं। उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू के समग्र सुरक्षा एवं विकासात्मक परिदृश्य की समीक्षा के बाद उपराज्यपाल ने निर्देश दिए।

By naveen sharma Edited By: Jeet KumarUpdated: Fri, 12 Jan 2024 05:00 AM (IST)
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उपराज्यपाल ने शांति-सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए दिए निर्देश

राज्य ब्यूरो, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकी पारिस्थितिक तंत्र, अवैध नशीले पदार्थों के तस्करों, नशीली दवाओं के हाट-स्पाट, नार्कों टेरेरिजम के खिलाफ कार्रवाई के लिए व्यापक रणनीति अपनाने पर जोर दिया।

उन्होंने 22 और 26 जनवरी के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरतने और प्रदेश में शांति व सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए प्रभावी पग उठाने को कहा। क्योंकि दोनों अहम दिनों पर आतंकी बड़ी वारदात का षड्यंत्र रच सकते हैं। जम्मू के कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू के समग्र सुरक्षा एवं विकासात्मक परिदृश्य की समीक्षा के बाद उपराज्यपाल ने निर्देश दिए।

परिणाम रिपोर्ट तैयार करने को कहा

लगभग छह घंटे तक जारी रही बैठक में अधिकारियों को ब्लॉक दिवस, थाना दिवस और अन्य जन-अभियान कार्यक्रमों की नियमित परिणाम रिपोर्ट तैयार करने को कहा। उपराज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों से प्रदेश में जारी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति, औद्योगिक ढांचे के विकास, जनकल्याण की प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं की संतृप्ति, समग्र कृषि विकास कार्यक्रम और पर्यटन प्रोत्साहन के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।

उपराज्यपाल ने जिला प्रशासन को सीमावर्ती गांवों में योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करने और सभी पंचायतों के युवाओं को स्वरोजगार व उद्यमिता के अवसरों से जोड़ने का निर्देश दिया। उन्होंने संबधित अधिकारियों को ब्लाक दिवस, थाना दिवस और अन्य जन-अभियान कार्यक्रमों की नियमित परिणाम रिपोर्ट तैयार करने को कहा।

सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई जाए

शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण और सार्वजनिक सेवाओं की प्रभावी डिलीवरी सभी स्तरों पर प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। बैठक में मौजूद रहे एक अधिकारी ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि उपराज्यपाल ने जिलावार सुरक्षा परिदृश्य पर संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली।

22 जनवरी और 26 जनवरी के दौरान किसी आतंकी वारदात की आशंका पर भी संबंधित अधिकारियां से चर्चा करते हुए कहा कि खुफिया तंत्र को पूरी तरह सक्रिय बनाया जाए और किसी भी आतंकी षड्यंत्र को विफल बनाने के लिए पूर्व सक्रियता की नीति को लागू किया जाए। सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई जाए।

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दुश्मनों को किसी भी तरह से नहीं बख्शा जाना चाहिए

उन्होंने राजौरी-पुंछ के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में आतंकी हिंसा के दानव को फिर से जिंदा करने की कोशिश हो रही है। जो भी तत्व इसमें सहयोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।

उपराज्यपाल ने आतंकियों और उनके समर्थकों व नार्को टेरेरिज्म के खिलाफ सुनियोजित व संगठित तरीके से अभियान चलाने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में आम लोगों के जान-माल व सम्मान की रक्षा की जाए। देश और समाज के दुश्मनों को किसी भी तरह से नहीं बख्शा जाना चाहिए।