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Jammu Kashmir: NCC कैडेट बन वर्दी पहनने वालों को कोई गुमराह नही कर सकता: लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह

कश्मीरी में एनसीसी गतिविधियों में आई तेजी का हवाला देते हुए महानिदेशक ने कहा कि दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग में एनसीसी कैडेट बनने के लिए युवाओं द्वारा बहुत उत्साह दिखाया जा रहा है। यह बेहतर बदलाव की निशानी है।

By Vikas AbrolEdited By: Updated: Thu, 08 Sep 2022 08:45 PM (IST)
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नेशनल कैडेट कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह एनसीसी कैडेटों से परिचय लेते हुए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। नेशनल कैडेट कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने कहा है कि कैडेट बनकर एनसीसी यूनिफार्म पहनने वाले युवा जीवन में कभी गलत काम नही कर सकते हैं। उन्हें कोई गुमराह नहीं कर सकता है।

कश्मीरी में एनसीसी गतिविधियों में आई तेजी का हवाला देते हुए महानिदेशक ने कहा कि दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग में एनसीसी कैडेट बनने के लिए युवाओं द्वारा बहुत उत्साह दिखाया जा रहा है। यह बेहतर बदलाव की निशानी है। कश्मीर में इस समय कई युवा एनसीसी कैडेट बनने की कतार में खड़े हैं। इस समय प्रदेश में एनसीसी के पांच हजार रिक्त पद हैं। हाइ पावर कमेटी के सुझाव आते ही इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी। लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह वीरवार दोपहर को सैनिक स्कूल नगरोटा में एनसीसी कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

अपने दो दिवसीय जम्मू दौरे के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट के लिए देश सर्वप्रथम है। यूनिफार्म पहनने के बाद पहला लक्ष्य देशभक्ति की भावना व अच्छा नागरिक बनकर देश, समाज की बेहतरी के लिए काम करना है। कश्मीर में एनसीसी के प्रति उत्साह है। उन्होंने बताया कि हाल ही में एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत देश के विभिन्न हिस्सा के कैडेट श्रीनगर पहुंचे थे। इससे कैडेटों के एक दूसरे के बारे में जानने का मौका मिला था।

महानिदेशक ने बताया कि इस समय जम्मू कश्मीर व लद्दाख के 460 शिक्षण संस्थानोें में 27 हजार के करीब कैडेटे हैं। खासी संख्या में कैडेट व शिक्षण संस्थान एनसीसी का हिस्सा बनने की कतार में हैं। उन्होंने सेना में भर्ती होने की अग्निपथ योजना की सराहना करते हुए कहा कि इससे एनसीसी कैडेट अग्निवीर बनकर देश की सेवा कर सकते हैं। उन्हाेंने बताया कि हम सीमा दर्शन योजना के तहत कैडेटों को सीमांत क्षेत्रों में ले जाते हैं। इस दौरान उन्हें सीमा के हालात के साथ देशसेवा कर रहे सैनिकों व सुरक्षा कर्मियों से भेंट करने का मौका भी मिलता है। इसके साथ कैडेट समाज की बेहतरी के लिए भी काम करते हैं। कैडेटों ने पुनीत सागर अभियान के तहत लेह में सिंधु नदी व श्रीनगर में डल झील से प्लास्टिक निकालने के लिए हाल ही में अभियान चलाया था।

इससे पहले उन्होंने नगरोटा में एनसीसी ट्रेनिंग अकादमी में कैडेटो व एनसीसी अधिकारियों को संबोधित कर उन्हें देश व समाज की बेहतरी के लिए काम करने को कहा। इस दौरान जम्मू कश्मीर व लद्दाख के कैडेटाें ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। महानिदेशक ने कहा कि एनसीसी का लक्ष्य देश के ऐसे भावी नेता तैयार करना है जिनके लिए देशभक्ति, अनुशासन व सौहार्द बहुत अहमियत रखता है।

महानिदेशक ने इस कार्यक्रम के दौरान जम्मू कश्मीर में एनसीसी को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाने वाले एनसीसी अधिकारियों व उपलब्धियां हासिल करने वाले एनसीसी कैडेटों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर जम्मू कश्मीर, लद्दाख एनसीसी निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। जम्मू कश्मीर व लद्दाख में एनसीसी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए महानिदेशक बुधवार को जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। 

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