Mata Vaishno Devi आ रहे हैं तो संभलें! भारी बारिश के बीच पहाड़ों से गिर रहे पत्थर, मलबे से ढके रास्ते
इन दिनों बिगड़े मौसम का प्रभाव वैष्णो देवी यात्रा पर पड़ रहा है। बीती रात बैटरी मार्ग पर पत्थर गिरने से यात्रा अस्थाई रूप से स्थगित करनी पड़ी। अभी यात्रा पारंपरिक मार्ग से जारी है। मलबा हटाने का काम भी जारी है। 118 आरसीसी के ऑफिसर कमांडिंग ने कहा कि अभी इसमें और समय लग सकता है। पहाड़ से काफी भारी मात्रा में मलबा गिरा है।
जागरण टीम, श्रीनगर/ जम्मू। देर शाम को झमाझम बारिश से हिमकोटी क्षेत्र में जगह-जगह पहाड़ों से पत्थर गिरने से मां वैष्णो देवी का बैटरी कार मार्ग रात को बंद कर दिया गया।
इसके चलते श्रद्धालु पारंपरिक मार्ग से ही आ-जा रहे हैं। उधर, किश्तवाड़-गुलाबगढ़ मार्ग छह दिन बाद भी नहीं खुल पाया।प्रशासन ने कीरू परियोजना के काम में लगी कंपनी को भी सहायता के लिए लगाया, फिर भी प्रयास नाकाम रहा। अब 118 आरसीसी पर ही दारोमदार टिका है, लेकिन आरसीसी के पास भी अभी कोई ठोस योजना नहीं बन पा रही है।
118 आरसीसी के ऑफिसर कमांडिंग ने कहा कि अभी इसमें और समय लग सकता है, लेकिन कितना समय लगेगा यह उन्होंने नहीं बताया। पहाड़ से मलबा अधिक गिरा है। यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: बालटाल और पहलगाम में भारी बारिश, रोकी गई अमरनाथ यात्रा; अभी तक इतने श्रद्धालु कर चुके दर्शन
जम्मू में मानसून के दस्तक देने से शुक्रवार को यहां अधिकतम तापमान श्रीनगर के बराबर पहुंच गया है। राहत पाने के लिए वे दिनभर आसमान को तकते रहे, लेकिन शाम तक कुछ क्षेत्रों को छोड़ कर कहीं वर्षा नहीं हुई। जम्मू का अधिकतम तापमान 34.3 और श्रीनगर का तापमान 34.2 डिग्री रहा। झुलसा देने वाली गर्मी से बेहाल कश्मीर के लोग शुक्रवार को भी शुष्क मौसम से जूझते रहे।
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