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जम्मू-कश्मीर में मिले लिथियम भंडार की होगी नीलामी, खान मंत्रालय ने कहा- दिसंबर तक शुरू होगी प्रक्रिया

केंद्र सरकार ने इसी साल फरवरी में कहा था कि देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम का भंडार मिला है। बता दें कि लिथियम एक अलौह धातु है। ईवी बैटरी में इसका उपयोग किया जाता है।

By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Tue, 02 May 2023 02:42 PM (IST)
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जम्मू-कश्मीर में मिले लिथियम भंडार की होगी नीलामी
जम्मू-कश्मीर, एएनआई। खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में पाए जाने वाले लिथियम के भंडार की नीलामी दिसंबर तक शुरू हो जाएगी। मंगलवार को एक उद्योग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव ने कहा कि मंत्रालय ने लिथियम नीलामी के लिए लेनदेन सलाहकार के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन को लिखा है।

भारद्वाज ने कहा, "हमने अपतटीय खनन अधिनियम में संशोधन पर हितधारकों के साथ परामर्श प्रक्रिया पूरी कर ली है। उम्मीद है कि हम जल्द ही इसे संसद में चर्चा के लिए लाएंगे।"

'वास्तव में चूना पत्थर की तलाश कर रहे थे'

उन्होंने आगे कहा, "हम 5.9 मिलियन टन लिथियम की खोज करने के लिए भाग्यशाली रहे हैं। हम वास्तव में चूना पत्थर की तलाश कर रहे थे जो जम्मू कश्मीर में उपलब्ध हैं। हमें चूना पत्थर, बॉक्साइट और लिथियम एक साथ मिले। इन खनिजों में अन्वेषण में नए सिरे से रुचि पैदा हुई है।"

केंद्र सरकार ने इसी साल फरवरी में कहा था कि देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम का भंडार मिला है। बता दें कि लिथियम एक अलौह धातु है और अन्य उद्योगों के बीच ईवी बैटरी (EV Battery) में प्रमुख घटकों में से एक है।

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का अहम योगदान

खान मंत्रालय ने पहले कहा था, "भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने फील्ड सीजन 2020-21 और 2021-22 के दौरान रियासी जिले के सलाल-हैमना क्षेत्रों में जी3 चरण की खनिज अन्वेषण परियोजना को अंजाम दिया। उस दौरान 5.9 मिलियन टन लिथियम का पता लगाया। उसकी रिपोर्ट में केंद्र शासित जम्मू कश्मीर सरकार को सौंप दी गई।"

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने लिथियम संसाधनों की पहचान के लिए जम्मू-कश्मीर में और अन्वेषण गतिविधियों का प्रस्ताव भी दिया है।

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