Jammu News: पुंछ-राजौरी सेक्टर में घूम रहे 40 से ज्यादा विदेशी आतंकवादी, खुफिया एजेंसी ने किए ये चौंकाने वाले खुलासे
जम्मू में हाल ही में हुए चार आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबलों के सूत्रों ने बेहद ही चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि पीर पंजाल पर्वतमाला के दक्षिण में 40 से ज्यादा विदेशी आतंकी घूम रहे हैं। ये आतंकी छोटी-छोटी टीम के रूप में काम कर रहे हैं। वहीं खुफिया एजेंसियां संदिग्धों की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं।
एएनआई, जम्मू। जम्मू सेक्टर में बेहद ही चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है कि पीर पंजाल पर्वतमाला के दक्षिण में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों द्वारा आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके चलते क्षेत्र में करीब 35-40 विदेशी आतंकवादी सक्रिय हैं और वे छोटी-छोटी टीमों में काम कर रहे हैं।
सुरक्षाबलों के सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की संख्या का आकलन खुफिया एजेंसियों और जमीन पर काम कर रहे सुरक्षाबलों से प्राप्त इनपुट पर आधारित है। विदेशी आतंकवादी, जिनके बारे में संदेह है कि वे पाकिस्तानी सेना के पूर्व विशेष सेवा समूह के सदस्य हैं, पिछले तीन वर्षों से जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ और कठुआ सेक्टरों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं।
हाल ही में रियासी और कठुआ में हुए हमले इसका ताजा उदाहरण हैं, जहां आतंकियों ने हिंदू तीर्थयात्रियों और सुरक्षा बलों पर हमला किया। हाल ही में सुरक्षा समीक्षा बैठकों में पाया गया कि घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे इलाकों में दूसरे स्तर के आतंकवाद विरोधी ग्रिड को और मजबूत करने की जरूरत है।
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खुफिया एजेंसियां रख रही गतिविधियों पर नजर
एजेंसी को सूत्रों ने आगे बताया कि पीर पंजाल पर्वतमाला के दक्षिण में स्थित आंतरिक इलाकों में घुसपैठ विरोधी ग्रिड को जम्मू-कश्मीर के कश्मीर क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगे इलाकों में बहुस्तरीय घुसपैठ विरोधी और आतंकवाद विरोधी ग्रिड के समान स्तर पर लाया जा सकता है। खुफिया एजेंसियां इलाके में मानव खुफिया और तकनीकी खुफिया जानकारी जुटाने की दिशा में भी काम कर रही हैं।भारतीय सेना ने की अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती
भारतीय सेना ने पिछले कुछ महीनों में अतिरिक्त सैनिकों को भी लगाया है जो इलाके में काम कर रहे हैं। साथ ही बड़ी संख्या में बख्तरबंद विशेषज्ञ वाहन भी हैं। इलाके में सेना के पास करीब 200 बख्तरबंद वाहन हैं, जिन्हें सेना ने आपातकालीन खरीद प्रक्रिया के तहत खरीदा है। इन वाहनों का इस्तेमाल सेना त्वरित प्रतिक्रिया टीमों के साथ अपने जिम्मेदारी वाले इलाकों में घूमने के लिए करती है। सुरक्षा बलों को क्षेत्र में आतंकवादी समर्थन ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी छूट दे दी गई है। ऐसे में इन आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना है।
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