Jammu: आतंकी ठिकाने में घुसकर दुश्मनों को मार गिराने में सक्षम होगा ‘म्यूल’, जानिए इसकी खासियत
Jammu latest News आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही भारतीय सेना जल्द रोबोट म्यूल को अपने बेड़े में शामिल कर अपने आतंकरोधी अभियानों को धार देगी। आने वाले समय में इस रोबोट पर गन लगाई जाएगी। इससे छिपे दुश्मन को तलाश लेने के साथ ही मारक प्रहार करना भी संभव होगा। भारतीय सेना के लिए यह कारगर साबित होगा।
By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Wed, 13 Sep 2023 07:20 AM (IST)
विवेक सिंह, जम्मू। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही भारतीय सेना जल्द रोबोट म्यूल को अपने बेड़े में शामिल कर अपने आतंकरोधी अभियानों को धार देगी। इस वित्त वर्ष में सौ रोबोट म्यूल भारतीय सेना को मिल जाएंगे। पहले चरण में रोबोट म्यूल किसी प्रशिक्षित कुत्ते की तरह दुश्मन के ठिकाने तक पहुंच कर सैनिकों को वहां की लाइव फीड देगा।
छिपे दुश्मन को तलाश लेगा रोबोट
आने वाले समय में इस रोबोट पर गन लगाई जाएगी। इससे छिपे दुश्मन को तलाश लेने के साथ ही मारक प्रहार करना भी संभव होगा। लक्ष्य को तबाह करने के साथ इसकी मदद से दुश्मन के ठिकाने को तबाह करने के लिए विस्फोटक भी ले जा सकेगा।
नगरोटा स्थित आइआइटी जम्मू में नार्थ टेक सिंपोजियम में प्रदर्शित इस रोबोट को सेना के अधिकारियों ने खूब सराहा। इस तरह के रोबोट का इस्तेमाल अमेरिकी सेना भी कर रही है। अगले वर्ष से भारतीय सेना भी आतंकरोधी अभियानों के दौरान उनका इस्तेमाल कर छिपे दुश्मन को तलाश लेगी। रोबोट म्यूल के चारों ओर कैमरों के साथ सेंसर लगाए जाएंगे।
यह होंगी खासियतें l
- चार पैर होने के कारण यह सीढ़ियां, पहाड़ी, चट्टानों के साथ झाड़ियों में से भी अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है। l
- गिर गया तो आसानी से खड़ा हो जाता है। l
- एक मीटर पानी में 30 मिनट तक छिपाकर रखा जा सकता है। l
- यह रोबोट ब्लाइंड मोड भी काम करता है।
- अगर झाड़ियों, कीचड़, बारिश या बर्फ में इसके विजन सेंसर काम करना बंद कर दें तो यह मिमिक मोड में ठीक वैसे ही काम करेगा जैसे कोई जानवर करता है। l
- यह रोबोट एक बार चार्ज होने के बाद 10 किलोमीटर चल सकता है।
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