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'लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे फारूक अब्दुल्ला', इन सांसदों को भी टिकट नहीं देगी NC; नए चेहरों पर खेलेगी दाव

Lok Sabha Election 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने लोकसभा चुनाव के लिए पांच सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। नेकां के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुद कहा है कि डॉ.फारूक का स्वास्थ्य सही नहीं है। इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। अगर डॉ. अब्दुल्ला ने सहमति दी तो उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

By Preeti GuptaEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 09 Dec 2023 11:41 AM (IST)
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फारूक समेत तीन सांसदों को बदलने की तैयारी
नवीन नवाज, श्रीनगर। Lok Sabha Election 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने लोकसभा चुनाव के लिए पांच सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। इस बार कश्मीर से डॉ. फारूक अब्दुल्ला समेत तीनों सांसदों को बदलने की तैयारी चल रही है।

लोकसभा चुनाव में नए उम्मीदवारों को उतारेगी NC

पार्टी परिसीमन के बाद बदले समीकरण को देखते हुए नई रणनीति के तहत इस बार नये उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी। वहीं डॉ. फारूक व मोहम्मद अकबर लोन अस्वस्थ चल रहे हैं। बता दें कि जम्मू कश्मीर में पांच संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बारामुला-कुपवाड़ा, श्रीनगर-गांदरबल, अनंतनाग-पुलवामा के अलावा जम्मू में ऊधमपुर-डोडा-कठुआ व जम्मू-पुंछ है।

कश्मीर की तीनों सीटों में नेकां को मिली थी जीत

कश्मीर की तीनों सीटों पर नेकां ने वर्ष 2019 में चुनाव जीता था। जम्मू की दोनों सीटों पर भाजपा विजयी रही है। बारामुला-कुपवाड़ा सीट से मोहम्मद अकबर लोन और श्रीनगर-गांदरबल सीट से डॉ. फारूक सांसद चुने गए हैं। दक्षिण कश्मीर की अनंतनाग-पुलवामा साीट से हसनैद मसूदी सांसद हैं।

स्वास्थ्य ठीक न होने से चुनाव नहीं लड़ेंगे डॉ. फारूक अब्दुल्ला

नेकां के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुद कहा है कि डॉ.फारूक का स्वास्थ्य सही नहीं है। इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। अगर डॉ. अब्दुल्ला ने सहमति दी तो उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है। बारामुला-कुपवाड़ा सीट के मौजूदा सांसद मोहम्मद अकबर लोन अस्वस्थ हैं।

परिसीमन के बाद बदला संसदीय क्षेत्र का स्वरूप

वह भी इस समय राजनीतिक रूप से निष्क्रिय हैं। परिसीमन के बाद जिस तरह से संसदीय क्षेत्रों का स्वरूप बदला है उससे दक्षिण कश्मीर के अधिकांश हिस्सों को राजौरी-पुंछ के साथ जोड़ अनंतनाग-राजौरी सीट बनाई है। उत्तरी कश्मीर की बारामुला-कुपवाड़ा में जिला बड़गाम के कुछ हिस्सों को शामिल किया है। श्रीनगर-गांदरबल सीट में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा को शामिल किया है। इससे इन क्षेत्रों का समीकरण बदल चुका है।

ये नये चेहरे हो सकते हैं

नेकां से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अनंतनाग-राजौरी सीट पर वरिष्ठ नेता मियां अल्ताफ को मैदान में उतारा जाएगा। मियां न सिर्फ गुज्जर समुदाय में बल्कि पहाड़ी भाषियों में भी अपना एक मजबूत जनाधार रखते हैं। वह एक मजहबी नेता हैं। उनके अनुयायियों में पहाड़ी और गुज्जर दोनों ही हैं।

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कौन कहां से लड़ेगा लोकसभा का चुनाव?

उत्तरी कश्मीर की सीट पर नेकां विरोधी दलों के उम्मीदवारों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार तय करेगी। अगर पीपुल्स कान्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन चुनाव लड़ेंगे तो फिर मीर सैफुल्ला और केसर जमशीद लोन में किसी एक को मैदान में उतारा जाएगा। अगर सज्जाद चुनाव नहीं लड़ते हैं और भाजपा के समर्थन से या फिर जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस कोई अन्य उम्मीदवार मैदान में उतारती है तो फिर पूर्व मंत्री और शिया नेता आगा सैयद रुहल्ला को चुनाव लड़ाया जाएगा।

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एक पूर्व नौकरशाह उम्मीदवार बनाया जा सकता

श्रीनगर-गांदरबल-पुलवामा सीट पर डॉ. फारूक अब्दुल्ला के चुनाव न लड़ने की स्थिति में अब्दुल्ला परिवार से संबंधित कोई महिला या फिर खुद उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ सकते हैं। एक पूर्व नौकरशाह को उम्मीदवार के रूप में चुनावी दंगल में उतारने की चर्चा है। डॉ. फारूक खुद चुनाव प्रचार की कमान संभालने के अलावा पार्टी संरक्षक के रूप में काम करते हुए गठजोड़ की स्थिति में अन्य दलों के साथ संवाद और समन्वय बनाए रखेंगे।

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