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Jammu: 'स्वर्ग के दरवाजे तभी खुलेंगे, जब आप भगवान...', राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बोले NC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत खत्म करने का मार्ग प्रशस्त होगा। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहा कि कौन जाता है या नहीं ये उनकी पसंद है।

By rohit jandiyal Edited By: Deepak SaxenaUpdated: Mon, 08 Jan 2024 10:12 PM (IST)
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राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बोले NC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को उम्मीद जताई कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह देश में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत खत्म करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा भगवान राम की दिल से प्रशंसा की है। अयोध्या में अभिषेक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कौन जाता है या नहीं, उनकी पसंद है।

राम जितना तुम्हारे उतना ही मेरे: अब्दुल्ला

एनसी प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मंदिर के दरवाजे खुलने के साथ ही लोगों के दिल भी खुलेंगे और मुसलमानों के खिलाफ फैली नफरत खत्म हो जाएगी। यह मेरी प्रार्थना है और प्रभु मेरी आवाज सुनेंगे।

जम्मू में एक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक ने कहा कि वह भगवान राम के बारे में अपनी टिप्पणी पर आलोचना या वोट खोने से नहीं डरते। राम जितना तुम्हारे हैं उतना ही मेरे भी हैं। मैंने एक पाकिस्तानी विद्वान द्वारा पवित्र कुरान का अनुवाद पढ़ा है और उन्होंने राम के बारे में भी बात की और कहा है कि वह चाहते थे कि सभी लोग भाईचारे और प्रेम के साथ आगे बढ़ें।

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दिल से राम के भजन और स्तुति की: डॉ. फारूक अब्दुल्ला

डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि वे भारत को रामराज्य बनाना चाहते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैंने वर्षों से विभिन्न मंदिरों में दिल से राम के भजन, स्तुति की है। मैं किसी की आलोचना या वोट बैंक खोने से नहीं डरता क्योंकि मैं जानता हूं कि अगर हमें भारत और जम्मू-कश्मीर को बचाना है तो हमें आगे बढ़ने के लिए हाथ मिलाने होंगे। स्वर्ग के दरवाजे तभी खुलेंगे जब आप भगवान के सामने गवाही देंगे कि हमने सही काम किया है अन्यथा सभी लोग नरक में जाएंगे।

भाजपा का नाम लिए बिना फारूक ने कहा कि चुनाव नजदीक हैं और कुछ लोग आएंगे और जय सियाराम का जाप करते हुए राम मंदिर पर वोट मांगेंगे। उन्होंने कहा कि वे वही लोग हैं जो धर्म, जाति और पंथ के आधार पर लोगों में भेदभाव कर रहे हैं और नफरत फैला रहे हैं।

उम्मीदवार तय करने से पहले जीतेंगे जनता का विश्वास

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों तय करने के लिए नेकां एक चुनाव बोर्ड गठित कर रहा है। उम्मीदवारों के नाम तय करने से पहले हम जनता को विश्वास में लेंगे। आपको तय करना है कि जो उम्मीदवार बनाया जा रहा है, क्या वह आप लोगों की उम्मीदों को पूरा करेगा या नहीं। कश्मीर घाटी में हमने सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी बनाए हैं और जल्द ही यहां जम्मू प्रांत में भी विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी नियुक्त कर दिए जाएंगे।

हम हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तानी ही रहेंगे: एनसी प्रमुख

पूर्व मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि वह हमें नेशनल कॉन्फ्रेंस को पाकिस्तान का समर्थक, आतंकियों का दोस्त बताते हैं, लेकिन वह यह किसी को नहीं बताते कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के 1500 मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता कश्मीर में भारतीय लोकतंत्र का झंडा बुलंद रखते हुए आतंकी हमलों में बलिदान हुए हैं। साल 2001 में श्रीनगर में जब विधानसभा परिसर में हमला हुआ था तो वहां आतंकी मुझे मारने आए थे, लेकिन हमले से चंद मनट पहले ही मैं वहां राजभवन के लिए निकला था। हम हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तानी ही रहेंगे।

शेख अब्दुल्ला और NC न होते तो JK हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं होता

अगर हमने पाकिस्तान ही जाना होता तो फिर 1947 में ही चले गए होते और दुनिया की कोई ताकत उस समय हमें नहीं रोक पाती। उन्होंने कहा कि महाराजा हरी सिंह ने भारत और पाकिस्तान के साथ एक समझौता किया था, उन्होंने अपने लिए समय मांगा था जिससे वह यह तय कर सकें कि उन्हें हिंदुस्तान में रहना या पाकिस्तान में, वह एक स्वतंत्र जम्मू-कश्मीर के विकल्प पर विचार कर रहे थे। पाकिस्तान ने हमला कर दिया, उस समय शेख अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने महाराजा का साथ नहीं दिया होता तो आज हिंदुस्तान का हिस्सा नही होते।

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