Jammu Kashmir: फाइव स्टार छोड़ो राज्य का कोई शहर स्वच्छता में वन स्टार भी नहीं
आवास एवं शहरी विकास मंत्रलय की स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 की रिपोर्ट में जम्मू शहर 5000 अंकों में से 1635 अंक लेकर 329वें रैंक पर रहा। साल 2018 में जम्मू 212वें स्थान पर रहा था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में स्वच्छता का स्तर सुधरने के भले ही लाख दावे किए जाते हों, लेकिन देश भर के कचरामुक्त शहरों की वर्ष 2019 की सूची में पूरे प्रदेश का एक भी शहर स्थान नहीं बना सकता है। फाइव स्टार की बात छोड़ो, वन स्टार भी नहीं। यहां तक कि जम्मू शहर ने एक साल पहले की अपनी रैंकिंग तक खो दी है। हैरत की बात है कि यह सब तब है जब सितंबर 2018 में ही जम्मू कश्मीर खुले में शौचमुक्त हो गया था। बावजूद इसके एक भी शहरा कचरामुक्त नहीं बना पाया।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रलय की कचरामुक्त शहरों की सूची में जम्मू कश्मीर का कोई भी शहर जगह नहीं बना पाया है। मंत्रलय ने तीन वर्गो में शहरों की रेटिंग की, लेकिन किसी भी वर्ग में यहां का एक भी शहर स्थान नहीं बना पाया। केंद्र सरकार ने कचरामुक्त शहरों को तीन वर्गो एक स्टार, तीन स्टार और पांच स्टार में बांटा था। पांच स्टार वर्ग में देश के छह शहर, तीन स्टार में 65 और एक स्टार में 70 शहरों के नामों की घोषणा की गई। मगर इनमें एक भी शहर जम्मू कश्मीर का नहीं है। आवास एवं शहरी विकास मंत्रलय की ओर से जारी स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 की रिपोर्ट में जम्मू शहर 5000 अंकों में से 1635 अंक लेकर 329वें रैंक पर रहा। साल 2018 में जम्मू 212वें स्थान पर रहा था। श्रीनगर शहर को 357वां रैंक मिला। वर्ष 2018 को यह 284 रैंक पर आया था।
जम्मू नगर निगम के मेयर चंद्रमोहन गुप्ता का कहना है कि इसमें भाग लेने के लिए शहरों का खुले में शौचमुक्त होना जरूरी था। जब आवेदन मांगे गए थे तब जम्मू खुले में शौचमुक्त नहीं था। इस कारण उन्होंने आवेदन ही नहीं किया था। सरकार अब बेशक इसमें कोई भी तर्क दे, लेकिन जम्मू कश्मीर का एक भी शहर कचरामुक्त न होना प्रश्नचिह्न् लगाता है।