लद्दाख की सड़काें पर दौड़ने लगे इलेक्ट्रिक वाहन, कार्बन न्यूट्रल बनाने के सपने को साकार करने के लिए हो रहा काम
Electric Vehicles in Ladakh लद्दाख काे कार्बन न्यूट्रल बनाने की दिशा में काम कर रहे सरकार के सचिव रवीन्द्र कुमार का कहना है कि लद्दाख में सौर उर्जा को बढ़ावा देने के साथ ग्रीन हाइड्रोजन पायलेट प्रोजेक्ट की दिशा में भी काम हो रहा है।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Wed, 14 Sep 2022 02:07 PM (IST)
जम्मू, विवेक सिंह : लद्दाख काे कार्बन न्यूट्रल बनाने की मुहिम काे तेजी देेने के लिए क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों की आमद शुरू हो गई है। इस समय लद्दाख की सड़काें पर दस इलेक्ट्रिक बसें व इतनी ही कारें दौड़ रही हैं।
लद्दाख को जल्द से जल्द कार्बन न्यूट्रल बनाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है। लद्दाख को प्रदूषण रहित बनाने के लिए इस समय विजन 2050 पर काम हो रहा है। ऐसे में क्षेत्र में हाइड्रोजन से वाहनों को चलाने के देश के पायलेट प्रोजेक्ट को बनाने की दिशा में भी काम शुरू हो गया है। इसके लिए गत दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट का नींव पत्थर रखा था। यह पायलेट प्रोजेक्ट लेह में बन रहा है।
इन हालात में उपराज्यपाल प्रशासन पूरी कोशिशें कर रहा है कि इलेक्ट्रिक वाहन चलाकर प्रदूषण को कम किया जाए। इलेक्ट्रिक वाहन लाने की शुरूआत लद्दाख स्टेट मोटर गैराज द्वारा की गई है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द और इलेक्ट्रिक वाहन लाएं जाएं। इस दिशा में काम हो रहा है।
लद्दाख प्रशासन ने क्षेत्र में लद्दाख इलेक्ट्रिक व्हीकल, इन्फ्रास्ट्रक्चर नीति प्रभावी बनाकर लोगों को इ वाहन खरीदने के लिए प्रेरित करने की मुहिम तेज कर दी है। इस समय लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे सब्सिडी पर सार्वजनिक वाहन खरीद कर लाएं। तय रणनीति के तहत लद्दाख प्रशासन ने लोगों को सब्सिडी देकर लेह व कारगिल जिलों में 5 सालों में 509 वाहन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है।
लद्दाख काे कार्बन न्यूट्रल बनाने की दिशा में काम कर रहे सरकार के सचिव रवीन्द्र कुमार का कहना है कि लद्दाख में सौर उर्जा को बढ़ावा देने के साथ ग्रीन हाइड्रोजन पायलेट प्रोजेक्ट की दिशा में भी काम हो रहा है। हमने लद्दाख में रासानयिक खाद के इस्तेमाल को पूरी तरह से समाप्त करने का लक्ष्य भी रखा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन आने से कार्बन न्यूट्रल लद्दाख बनाने की मुहिम को बल मिल रहा है। उन्होंने बताया कि उपराज्यपाल प्रशासन लोगों को प्रेरित कर रहा है कि वे नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए लद्दाख में कार्बन उत्सर्जन पर रोक लगाने में सहयोग दें।
इस समय लद्दाख इलेक्ट्रिक व्हीकल, इन्फ्रास्ट्रक्चर नीति से लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए भारी सब्सिडी दे रहा है। जारी वित्त विर्ष में लद्दाख में इलेक्ट्रानिक वाहन खरीदने वाले लद्दाखियों को सामान्य से दुगनी सब्सिडी मिल रही है। लद्दाख की सड़कों पर जल्द से जल्द इ बसें दौड़ें, इसके लिए पहले साल में खरीद पर पचास प्रतिशत सब्सिडी मिल रही है। दो करोड़ रूपये तक के मूल्य के बस की खरीद पर एक करोड़ की सब्सिडी मिल रही है। दूसरे साल से यह सब्सिडी कम होकर 25 प्रतिशत रह जाएगी। इसी तरह से पहले साल में लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों में दो पहिया, तीन पहिया वाहनों, कारों व छोटे व्यवसायिक वाहनों की खरीद पर बीस प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। दूसरे साल में यह सब्सिडी भी कम होकर दस प्रतिशत हाे जाएगी।
पहले साल में 116 वाहनों की खरीद के लिए विशेष सहयोग दिया जा रहा। वहीं पांच सालों में लोगों को कम से कम 172 दो पहिया वाहनों, 40 थ्री व्हीलरों, इतने ही सामान ढोने वाले थ्री व्हीलरों, 167 कारों, 49 इ बसों व 41 सामान ढोने वाले 4 पहिया वाहन खरीदनें के लिए सब्सिडी आदि देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। वहीं नीति जारी होने के पहले साल में विशेष लाभ देकर 116 वाहन खरीद में दुगनी सब्सिडी मिलेगी। इनमें 11 इ बसें व 40 कारें शामिल होंगी।
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