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माता वैष्णो देवी भवन में अब नहीं होगी भगदड़ जैसी घटना, हो रहा अत्याधुनिक स्काईवाक का निर्माण

Mata Vaishno Devi Yatra फ्लाईओवर स्काईवॉक को गेट नंबर 5 यानी की आर्मी गेट के साथ जोड़ा जाएगा। वापसी पर श्रद्धालुओं को पुराना मार्ग उपलब्ध होगा। यानी कि भवन पर आने-जाने के अलग-अलग मार्ग होंगे। इससे एक ओर जहां आपाधापी नहीं मचेगी ना ही किसी प्रकार की भीड़-भाड़ होगी।

By Rahul SharmaEdited By: Updated: Sat, 20 Aug 2022 11:39 AM (IST)
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इस फ्लाईओवर स्काईवॉक को गेट नंबर 5 यानी की आर्मी गेट के साथ जोड़ा जाएगा।
कटड़ा, राकेश शर्मा : माता वैष्णो देवी भवन पर भगदड़ जैसी घटना रोकने और भीड़ नियंत्रित करने किे लिए अत्याधुनिक स्काईवाक का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आवागमन सुगम होगा। इसका डिजाइन दिल्ली के स्कूल आफ आर्किटेक्ट के विद्यार्थियों ने तैयार किया है। 10 करोड़ की लागत वाले स्काईवाक का निर्माण दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग यानी सीपीडब्ल्यूडी को यह निर्माण कार्य सौंपा है। इस अत्याधुनिक स्काईवॉक फ्लाईओवर का डिजाइन ऐसा है कि इस पर चलने वाले श्रद्धालुओं को मां वैष्णो देवी भवन पर हर पल भक्ति भाव का एहसास होता रहेगा। यही नहीं यह पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ सुरक्षा उपकरणों से भी लैस होगा। करीब 200 मीटर लंबे स्काईवॉक की ऊंचाई यात्रा मार्ग से 20 फीट की ऊंचाई पर होगी। यह स्काईवॉक मां वैष्णो देवी भवन पर एक्स-रे पॉइंट क्षेत्र से आरंभ होकर मां वैष्णो देवी भवन पर लिफ्ट पॉइंट क्षेत्र के पास समाप्त होगा।

आपको बता दें कि इस महत्वपूर्ण क्षेत्र की कुछ दूरी पर यानी कि गेट नंबर 3 के पास बीते वर्ष के 31 दिसंबर की मध्य रात्रि को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई थी और 14 श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। आने जाने का एकमात्र मार्ग होने के कारण यहां एकत्र होने वाली भारी भीड़ को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारी व सुरक्षाकर्मी समय रहते नियंत्रित नहीं कर पाए थे। इसी घटना से सबक लेते हुए अब यह अत्याधुनिक फ्लाईओवर स्काईवॉक का निर्माण किया जा रहा है।

वहीं से इस फ्लाईओवर स्काईवॉक को गेट नंबर 5 यानी की आर्मी गेट के साथ जोड़ा जाएगा। वापसी पर श्रद्धालुओं को पुराना मार्ग उपलब्ध होगा। यानी कि भवन पर आने-जाने के अलग-अलग मार्ग होंगे। इससे एक ओर जहां आपाधापी नहीं मचेगी ना ही किसी प्रकार की भीड़-भाड़ होगी। श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मां वैष्णो देवी के दर्शन कर वापस आधार शिविर कटड़ा पहुंचेंगे।

भीड़ को आसानी से एक्स-रे पॉइंट के पास कंट्रोल किया जा सकेगा। मां वैष्णो देवी भवन पर एक्स-रे क्षेत्र बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इस क्षेत्र के पास दोनों मार्ग यानी मां वैष्णो देवी का पारंपरिक मार्ग और बेटरी कार मार्ग मिलते हैं। 

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