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इंतजार खत्म...मां वैष्णो देवी की पवित्र गुफा के दर्शन के लिए हो जाएं तैयार, मकर संक्रांति पर खुलेंगे प्रवेश द्वार

Mata Vaishno Devi Yatra पवित्र मकर संक्रांति (Makar Sankranti) यानी की 14 जनवरी को मां वैष्णो देवी की स्वर्ण जड़ीत प्राचीन व पवित्र गुफा के द्वार विधिवत पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। जिसका साल भर श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार करते हैं। दिव्य आरती पूजारियों के साथ ही प्रकांड पंडितों द्वारा विशेष पूजा अर्चना के साथ की जाएगी।

By Rakesh Sharma Edited By: Preeti Gupta Updated: Sat, 13 Jan 2024 03:15 PM (IST)
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मां वैष्णो देवी की पवित्र गुफा के दर्शन के लिए हो जाएं तैयार

राकेश शर्मा, कटड़ा। Jammu News: पवित्र मकर संक्रांति (Makar Sankranti) यानी की 14 जनवरी  मां वैष्णो देवी की स्वर्ण जड़ीत प्राचीन व पवित्र गुफा के द्वार  विधिवत पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। जिसका साल भर श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार करते हैं।

विधिवत पूजा-अर्चना के बाद खोले जाएंगे प्राचीन गुफा के द्वार

पवित्र मकर संक्रांति यानी की 14 जनवरी को एक और जहां मां वैष्णो देवी की सुबह आयोजित होने वाली दिव्य आरती पूजारियों के साथ ही प्रकांड पंडितों द्वारा विशेष पूजा अर्चना के साथ की जाएगी।

उसके उपरांत दोपहर को मां वैष्णो देवी के मुख्य पुजारी के साथ ही अन्य पुजारियों तथा पंडितों द्वारा  स्वर्ण जड़ीत मां वैष्णो देवी की पवित्र व प्राचीन गुफा की विधिवत पूजा अर्चना  की जाएगी और इसके साथ ही प्राचीन गुफा के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

सबसे पहले पुजारी करेंगे गुफा में प्रवेश

पूजा अर्चना के उपरांत सर्वप्रथम मां वैष्णो देवी के मुख्य पुजारी अन्य पुजारी तथा पंडितों के साथ श्राइन बोर्ड अधिकारी आदि प्रवेश करेंगे।

देशभर से मां वैष्णो देवी के दर्शनों को आए श्रद्धालुओं को प्राचीन गुफा में प्रवेश का सौभाग्य मिल पाता है कि नहीं यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है। क्योंकि प्राचीन गुफा के द्वार खोलते समय अगर अत्यधिक भीड़ हुई तो श्रद्धालुओं को फिलहाल इस गुफा के भीतर जाने की श्राइन बोर्ड द्वारा इजाजत नहीं दी जाएगी।

कम हुई भीड़ तो ही गुफा में श्रद्धालुओं को मिलेगा प्रवेश

अगर भीड़ कम हुई तो गुफा प्रांगण में मौजूद सौभाग्यशाली श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा के भीतर जाने की अनुमति दी जा सकती है। जिसको लेकर श्रद्धालु में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। पारंपरिक तौर पर हर वर्ष पवित्र मकर संक्रांति पर विधिवत पूजा अर्चना के उपरांत मां वैष्णो देवी की पवित्र व प्राचीन गुफा के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाते हैं।

साल भर रहता है श्रद्धालुओं को गुफा खुलने का इंतजार

चूंकी साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ निरंतर बनी रहती है जिसको लेकर साल भर श्रद्धालुओं को इस पवित्र गुफा के भीतर जाने का सौभाग्य प्राप्त नहीं होता है।

अलबत्ता  फरवरी माह एकमात्र ऐसा  महीना होता है जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ काफी कम रहती है। इसी महीने में पवित्र ब प्राचीन गुफा के भीतर जाने का सौभाग्य श्रद्धालुओं को मिलता है।

गुफा में प्रवेश के लिए लगा श्रद्धालुओं का तांता

चूंकि वर्तमान में भी श्रद्धालुओं की लगातार भीड़ बनी हुई है। लिहाजा यह संभावना कम है कि पवित्र मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं को पवित्र व प्राचीन गुफा के भीतर जाने का सौभाग्य प्राप्त होगा।

वहीं,  पवित्र मकर संक्रांति पर पवित्र व प्राचीन गुफा के द्वार खोलने को लेकर श्राइन बोर्ड द्वारा सभी तरह की तैयारी कर ली गई हैं। 

इन स्थितियों में मिलेगा श्रद्धालुओ को प्रवेश

वहीं, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि पारंपरिक तौर पर मकर संक्रांति पर स्वर्ण जड़ीत पवित्र व प्राचीन गुफा के द्वार  पूजा अर्चना के उपरांत श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

पर यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। अगर भीड़ कम हुई तो उपस्थित श्रद्धालुओं को गुफा के भीतर जाने का सौभाग्य प्राप्त हो सकता है।

मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा का क्या है महत्व? 

 मां वैष्णो देवी की स्वर्ण  जड़ीत पवित्र व प्राचीन गुफा से होकर मां वैष्णो देवी के दिव्य दर्शन पाना अलौकिक होने के साथ ही विशेष महत्व है।

पौराणिक कथा के अनुसार प्राचीन गुफा के प्रवेश द्वार पर ही मां वैष्णो देवी ने बाबा भैरवनाथ का वध किया था। भैरवनाथ का मुख्य यानी कि सीर भैरव घाटी जाकर गिरा था, जबकि धड़ यानी कि शरीर शीला के रूप में प्राचीन गुफा के प्रवेश द्वार पर विराजमान है।

गुफा में 33 कोटि देवी देवता विराजमान

इस पवित्र गुफा में 33 कोटि देवी देवता विराजमान है तो दूसरी ओर कल कल बहती निर्मल गंगा। मां वैष्णो देवी का भक्तों को यह वरदान है कि जो भी भैरवनाथ के धड़ यानी कि शरीर जो शीला के रूप में  विद्यमान शरीर के ऊपर से होकर पवित्र गुफा के भीतर से होकर मेरे दर्शन करेगा उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी  और मेरी कृपा हमेशा बनी रहेगी। इसी को लेकर मां वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले हजारों श्रद्धालुओं की यह हमेशा मनोकामना रहती है कि जीवन में चाहे एक बार ही सही पवित्र गुफा के भीतर से होकर मां वैष्णो देवी के दिव्य दर्शन प्राप्त हो। 

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