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Baba Amarnath Yatra 2020 : अमरनाथ यात्रा के लिए रोजाना जम्मू से अधिकतम 500 श्रद्धालु ही भेजे जाएंगे

कोरोना संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए श्री अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से रोजाना सड़क मार्ग से अधिकतम 500 श्रद्धालु ही आधार शिविर बालटाल (कश्मीर) के लिए रवाना किए जाएंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Updated: Sun, 05 Jul 2020 11:21 AM (IST)
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Baba Amarnath Yatra 2020 : अमरनाथ यात्रा के लिए रोजाना जम्मू से अधिकतम 500 श्रद्धालु ही भेजे जाएंगे
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कोरोना संक्रमण से उपजे हालात को देखते हुए श्री अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से रोजाना सड़क मार्ग से अधिकतम 500 श्रद्धालु ही आधार शिविर बालटाल (कश्मीर) के लिए रवाना किए जाएंगे। इससे पहले जम्मू पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं का कोविड टेस्ट भी होगा और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इस बीच, श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा में रविवार से सुबह व शाम को होने वाली आरती के लिए भी सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। रविवार से ही रोजाना आरती का सुबह व शाम को दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण भी होगा। प्रसारण का समय सुबह आठ से दस बजे और शाम को साढ़े पांच से छह बजे होगा। वहीं जीसी मुर्मू आधार शिविर बालटाल और यात्रा मार्ग पर प्रबंधों का जायजा भी लेंगे। हालांकि अभी श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से यात्रा शुरू करने को लेकर तिथि की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन प्रबंधों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

श्री अमरनाथ यात्रा के लिए गठित उप कमेटी की बैठक में हुआ फैसला

सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए गठित उप कमेटी की बैठक मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम की अध्यक्षता में हुई, जिसमें यात्रा प्रबंधों पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के कोविड टेस्ट किए जाएंगे। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा। अगर टेस्ट निगेटिव आता है तो आगे जाने की इजाजत होगी। मौजूदा हालात में यात्रा सीमित दायरे में होगी।

यात्रा मार्ग को दुरुस्त बनाने का काम जारी 

बैठक में मुख्य सचिव को बताया गया कि बालटाल से पवित्र गुफा तक रास्ते को ठीक किया जा रहा है। रास्ते में खतरनाक जगहों पर रेङ्क्षलग लगाई जा रही है। पवित्र गुफा के नजदीक हैलीपैड बनाए जा रहे हैं। नीलग्राथ हैलीपैड वाली जगह, बालटाल दोमेल में सैनिटाइजेशन टनल का निर्माण हो रहा है। बालटाल से दोमेल तक की 1.25 किलोमीटर सड़क का विस्तार किया जा रहा है। शेष बचे 95 मीटर के नीलग्राथ से बालटाल तक के रास्ते पर भी टाइल लगाई जा रही है।

काम चुनौतीपूर्ण पर स्वास्थ्य सुविधा के होंगे पुख्ता प्रबंध 

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल डुल्लु ने बताया कि कोरोना वायरस से उपजे हालात को देखते हुए स्वास्थ्य के अतिरिक्त प्रबंध किए जा रहे है। यात्रा ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले स्वास्थ्य स्टाफ को दवाइयां, स्लीङ्क्षपग बैग, पीपीई किट, मास्क व अन्य आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाए गए है। बालटाल रूट पर दो अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर के 10 में से 9 जिले रेड जोन में है और इस हालात में काम चुनौतीपूर्ण है। इस साल यात्रा के लिए बाहरी राज्यों से कोई भी डॉक्टर उपलब्ध नहीं होगा। कैंपों में आइसोलेशन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। कोविड और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बीमारी के लक्षण एक जैसे होते है। आपात स्थिति में ऐसे मामलों को कोविड पॉजिटिव माना जाएगा।

कम यात्रियों के चलते प्रबंध भी सीमित ही होंगे

मुख्य सचिव ने कहा कि सारे कार्य यात्रा शुरू होने से पहले पूरे कर लिए जाने चाहिए। जम्मू से सड़क के रास्ते अधिकतम पांच सौ यात्रियों को यात्रा पर आने की अनुमति होगी, इसलिए प्रबंध भी सीमित ही होंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि यात्रा के कंट्रोल गेट और आधार शिविरों पर सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए जाएंगे।

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