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Jammu News: जम्मू में सुबह तक जारी रही पाकिस्तान का दुस्साहस, भारतीय सेना की जवाबी फायरिंग में कई रेंजर्स घायल

पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी के जवाबी हमले में भारतीय सेना (Indian Army) ने सियालकोट में तीन चौकियों को भारी नुकसान हुआ। कुछ रेंजर्स के भी मारे जाने की सूचना है। वहीं पाकिस्तान ने जम्मू (Jammu) के कई इलाकों में की भारी गोलाबारी की है। भारत ने सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए कड़ा जवाब दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Fri, 27 Oct 2023 10:06 PM (IST)
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जम्मू में सुबह तक जारी रही पाकिस्तान का दुस्साहस (प्रतीकात्मक इमेज)।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। अरनिया सब सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और ग्रामीण क्षेत्रों में भारी गोलाबारी करने वाले पाकिस्तान को सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने भी कड़ा सबक सिखाया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के सियालकोट क्षेत्र में चिनाब रेंजर्स को बड़ा नुकसान हुआ है। पाकिस्तान की तीन चौकियों को भारी क्षति पहुंचने के साथ उसके कुछ रेंजर्स के भी मारे जाने की सूचना है।

सूत्रों के अनुसार, इन्हीं तीन चौकियों से भारतीय क्षेत्र में गुरुवार रात को गोलाबारी की जा रही थी। दोनों तरफ से गोलाबारी शुक्रवार तड़के चार बजे तक जारी रही, जिससे सीमांत क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। इसके बाद से सीमा पर शांति है। पाकिस्तान की इस करतूत के बाद सरहद पर भारी तनाव है।

सीमा सुरक्षाबल के अधिकारी हालात पर पूरी नजर बनाए हुए हैं और सीमा पर चौकसी और कड़ी कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर में आए दिन घुसपैठ, नशे और हथियारों की तस्करी का षड्यंत्र रचने वाले पाकिस्तान ने करीब तीन साल बाद जम्मू के सीमांत क्षेत्रों में अरनिया और आरएसपुरा में गुरुवार रात भारी गोलाबारी शुरू कर दी थी।

दो सेना के जवान और एक महिला घायल

पाकिस्तान अरनिया में शुक्रवार तड़के चार बजे तक मोर्टार दागता रहा। ये गोले सीमा से करीब तीन किलोमीटर अंदर अरनिया कस्बे के साथ काशीपुर बस्ती, चानना, चनीया, जबोवाल, त्रेवा, सई, बुलेचक्क गांवों में गिरे। पाकिस्तान की गोलाबारी में रात को ही दो सीमा प्रहरी व एक महिला घायल हो गई थी। इसके अलावा अरनिया में कई घरों को नुकसान पहुंचने के साथ कई मवेशियों की भी मौत हुई है।

बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार रात आठ बजे तक गोलीबारी करने के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने सवा नौ बजे हमारी अग्रिम चौकियों के साथ रिहायशी इलाकों पर मोर्टार फाय¨रग शुरू कर दी थी। रात करीब 11 बजे पाकिस्तान रेंजर्स ने भारी मशीनगन से हमारी चौकियों पर गोलीबारी की, जिसका उचित जवाब दिया गया।

अधिकारियों ने लिया जायजा

शुक्रवार सुबह सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के वरिष्ठ अधिकारियों ने अरनिया का दौरा कर पाकिस्तान के षड्यंत्रों को नाकाम बनाने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही पाकिस्तान के साथ कड़ा एतराज जताने के लिए फ्लैग मीटिंग करने की दिशा में भी कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि पाकिस्तान ने इससे पहले अप्रैल, 2020 में जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोले दागे थे। इसके बाद छिटपुट गोलीबारी के मामले तो हुए, लेकिन सीमांत क्षेत्र में मोर्टार नहीं दागे गए थे।

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घरों को लौटे ग्रामीण

सीमांत क्षेत्रों में रात को गोले गिरने के बाद पीछे सुरक्षित जगहों, अपने रिश्तेदारों, सरकारी स्कूलों व बंकरों में शरण लेने वाले लोग शुक्रवार दोपहर को वापस अपने घरों में लौट आए। अरिनया के निवासी गिरिधर गोपाल ने दैनिक जागरण को बताया कि जब गांव में गोले गिरने लगे तो हम घबरा गए। गोलीबारी तो पहले भी होती थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से जीवन सामान्य था। अब पाकिस्तान फिर रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है। हम वापस घरों में तो आ गए, लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

इसलिए बौखलाया है पाकिस्तान

25 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में पाकिस्तान ने कश्मीर का राग अलापते हुए परोक्ष रूप से आतंकवाद का समर्थन किया था। इसपर भारत ने साफ कहा था कि यह मुद्दा जवाब देने योग्य नहीं। 26 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय हुआ था, इसका जश्न हर वर्ष प्रदेश में मनाया जाता है। यह बात पाकिस्तान को रास नहीं आती।

26 अक्टूबर की सुबह पाकिस्तान की ओर से कुपवाड़ा के माछिल में घुसपैठ का प्रयास हुआ, जिसे नाकाम कर सेना ने पांच आतंकियों को मार गिराया। 31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में पुनर्गठित होने के चार वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस दिन को भी उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी चल रही है, इससे भी पाकिस्तान चिढ़ा हुआ है।

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