जम्मू के पंकज ने देश के पांच शीर्ष खिलाड़ियों में जगह बनाई, प्रो खो-खो लीग में दिखाएंगे जलवा Jammu News
पंकज ने इंडो-नेपाल खो-खो प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता था।
जम्मू, विकास अबरोल। देश के शीर्ष पांच खो-खो खिलाड़ियों की सूची में शामिल होकर राज्य के नाम को चार चांद लगाने वाले राज्य के अंतरराष्ट्रीय खो-खो खिलाड़ी पंकज मल्होत्रा जल्द ही नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहे हैं। आईपीएल की तर्ज पर फुटबॉल, कबड्डी, टेबल टेनिस, हॉकी, रेसलिंग और बैडमिंटन की अपार सफलता को देखते हुए अब नवंबर महीने में शुरू होने वाली पहली प्रो खो-खो लीग में राज्य के पंकज मल्होत्रा अपने दमदार प्रदर्शन से सबको अचंभित करने वाले राज्य के पहले खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल करेंगे।
हाल ही में खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा जारी की गई पहले पांच शीर्ष खिलाड़ियों की सूची में जम्मू-कश्मीर के पंकज मल्होत्रा को तीसरा स्थान मिला है जबकि भारतीय की महिला खो-खो टीम की कप्तान सारिका काले, कर्नाटक (मैसूर) के रहने प्रवीण कुमार, ओडिशा की मंदाकिनी माझी और सतीश राय को चुना गया है। पंकज इस समय दिल्ली में हैं और चयन को लेकर काफी उत्साहित हैं। पिछले 15 वर्षों से राज्य टीम को एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय स्तरीय खेलों में प्रतिनिधित्व करने का उन्हें काफी अनुभव है।
यही वजह है कि वर्ष 2018 में उन्हें पांच मैचों की खो-खो टेस्ट मुकाबलों के लिए भारतीय खो-खो टीम में चुना गया। पंकज ने इंडो-नेपाल खो-खो प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता था। महंत बचित्र सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत पंकज को खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष स. बीएस तिरथी ने विशेष रूप से मुबारकबाद दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नवंबर महीने से बेंगलुरु और पुणे में शुरू होने वाली पहली प्रो. खो-खो लीग में पंकज अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सबको प्रभावित करने में कामयाब रहेंगे।
हालांकि अभी प्रो खो-खो लीग के आयोजन को लेकर तारीख सुनिश्चित नहीं हुई है लेकिन उम्मीद है कि नवंबर या दिसंबर महीने इसका आयोजन किया जाएगा। इसमें आठ क्लब भाग लेंगे। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आगामी लीग को सफल बनाने के लिए देशभर से 200 ऐसे खिलाड़ियों को चिन्हित किया जाएगा जिनका पिछली पांच राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। आठ टीमों के बीच कुल 60 मुकाबले खेले जाएंगे और 15 सदस्यीय हरेक टीम में दो अंतरराष्ट्रीय स्तरीय खिलाड़ियों को चुना जाएगा।